अयोध्या राम मंदिर के प्रथम तल का काम पूरा, द्वितीय तल पर गूढ़ी मंडप का निर्माण अंतिम दौर में
अयोध्या राम मंदिर के प्रथम तल का काम पूरा हो चुका है। दिसम्बर में दरवाजे लगेंगे। द्वितीय तल पर गूढ़ी मंडप का निर्माण अंतिम दौर में पहुंच गया है। राम मंदिर के शिखर में आठवें लेयर का निर्माण पूरा हो गया और नौवें की तैयारी है। कुल 29 लेयरों का निर्माण होगा।
अयोध्या राम मंदिर में चल रहे निर्माण के बीच डाला छठ व दीपावली के अवकाश पर गये श्रमिकों के लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। आधे से अधिक श्रमिकों की वापसी हो गई है। उधर राम मंदिर के प्रथम तल में चल रहे फ्लोरिंग का काम पूरा हो गया है और फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। निर्माण एजेंसी एल एण्डटी के परियोजना निदेशक वीके मेहता ने बताया कि प्रथम तल में अब कोई काम शेष नहीं रहा। उन्होंने बताया कि दरवाजों का निर्माण भी हो गया है और इनकी फिटिंग का काम दिसम्बर में किया जाएगा। इसके पहले फिनिशिंग वर्क कराया जा रहा है।
इसी तरह से राम मंदिर के गर्भगृह के पहले गूढ़ी मंडप अपनी पूरी ऊंचाई प्राप्त कर चुका है । इसकी परिधि में स्टोन वर्क चल रहा है। इसके समानांतर द्वितीय तल का भी निर्माण कार्य चल रहा है। राम मंदिर के प्रथम तल पर जहां राम दरबार की स्थापना की जानी है। वहीं द्वितीय तल पर श्रीराम ग्रंथागार का निर्माण होगा जिसमें देश भर की विभिन्न भाषाओं में अनुदित व लिखित रामायणों व प्राचीन पांडुलिपियों को संरक्षित किया जाएगा।
शिखर निर्माण में आठवें लेयर का भी निर्माण हो गया है और नौवें लेयर के निर्माण की तैयारी हो रही है। 161 ऊंचे शिखर में 29 लेयरों का काम होगा। इससे शिखर की ऊंचाई लगभग 90 फिट हो जाएगी। इसके बाद पेंटी का निर्माण होगा और उसके ऊपर करीब 45 फिट ऊंचा ध्वज स्तम्भ लगाया जाएगा।
सप्त मंडपम के मध्य प्रस्तावित जलाशय (कुंड) की डिजाइन फाइनल
श्रीरामजन्म भूमि परिसर में प्रस्तावित जलाशय (कुंड) के आकार में ही होगा जिससे कि श्रद्धालुगण इस सप्त मंडपम में दर्शन के लिए प्रवेश से पहले आचमन कर हाथ-पैर धुल सकें। इसके अलावा विशेष उत्सवों के दौरान भगवान को नौका विहार भी कराया जा सके। इस कुंड में जल निकासी के साथ जल भरने के लिए अतिरिक्त मोटर पंप की व्यवस्था भी की जाएगी। इसके अतिरिक्त कुंड के जल तक पहुंचने के लिए चारों ओर सीढ़ियां भी बनाई जाएंगी। इसकी डिजाइन फाइनल हो गयी है। इस बीच शेषावतार मंदिर के फाऊंडेशन का निर्माण पूरा हो गया है। अगहन कृष्ण पंचमी के पर्व पर 20 नवम्बर को पूजन के साथ स्टोन वर्क के अन्तर्गत कालम खड़े होने शुरू हो जाएंगे।