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UP Meerapur By Poll Dates: मीरापुर विधानसभा सीट के उपचुनाव की तारीख का ऐलान, 13 नवंबर को मतदान, 23 को नतीजे

  • UP Meerapur By Poll Dates: यूपी उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट पर 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। जबकि 23 नवंबर को नतीजे आएंगे। चंदन चौहान के संसद बनने के बाद यह सीट खाली हो गई थी।

Pawan Kumar Sharma लाइव हिन्दुस्तान, बिजनौरTue, 15 Oct 2024 07:12 PM
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UP Meerapur By Poll Dates: यूपी के उपचुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका है। 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। वहीं 23 नवंबर को नतीजे आएंगे । नामांकन की प्रक्रिया 18 अक्टूबर से शुरू होगी। वहीं दाखिल करने की अंतिम तारीख 25 अक्टूबर है। मिल्कीपुर छोड़कर यूपी के 9 सीटों पर चुनाव होंगे। इनमें से एक मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट भी है। आरएलडी नेता चंदन चौहान यहां से विधायक थे लेकिन लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद ये सीट खाली हो गई थी।

यूपी की 10 रिक्त सीटों को लेकर भाजपा ने रविवार की शाम दिल्ली में बैठक की। पार्टी सूत्रों की मानें तो जेपी नड्डा के आवास पर हुई इस बैठक में आलाकमान ने 9 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम फाइनल किए। जबकि मीरापुर सीट सहयोगी पार्टी रालोद के लिए छोड़ेगी। सपा गठबंधन के दौरान रालोद को यहां से जीत मिली थी। अब ये देखना होगा कि भाजपा के साथ गठबंधन में रहते हुए क्या आरएली यहां से दोबारा जीत का परचम लहरा पाएगी या हार मिलेगी।

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2022 विधानसभा चुनाव की बात करें तो आरएलडी के चंदन चौहान को 107421 वो मिले थे। जबकि भाजपा के प्रशांत गुर्जर के खाते में 80041 वोट थे। सपा का हाल और बुरा था। मोहम्मद सलीम को केवल 23797 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था। अगर जातीय समीकरण की बात करें तो मीरापुर विधानसभा सीट में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। यहां एक लाख से अधिक मुस्लिम हैं। जबकि 50 हजार अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं। वहीं, 24 हजार जाट और 18 हजार गुर्जर मतदाता हैं।

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उपचुनाव की घोषणा के साथ ही मीरापुर सीट पर सियासी बिसात बिछ गई है। प्रत्येक राजनीतिक दल इस सीट पर काबिज होने को आतुर है। इस सीट पर कब्जा जमाने के लिए भाजपा-रालोद गठबंधन ने अपनी पिच तैयार कर ली है। हालांकि, रालोद की तरफ से पिच पर बैटिंग करने कौन उतरेगा? अभी तय नहीं है। सपा-कांग्रेस गठबंधन से भी अभी प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की गई है। यहां इस बार करीब 3.30 लाख वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

मुजफ्फरनगर जनपद में छह विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें सिर्फ मुजफ्फरनगर सदर सीट पर भाजपा विधायक हैं। जबकि मीरापुर, पुरकाजी, बुढ़ाना और खतौली सीट रालोद के पास हैं। चरथावल सीट पर सपा विधायक पंकज मलिक काबिज हैं। खतौली सीट पर रालोद ने उपचुनाव में जीत हासिल की थी और मदन भैया विधायक बने थे। इस लिहाज से रालोद की स्थिति यहां मजबूत मानी जा रही है।

अब एक बार फिर से मीरापुर में उपचुनाव हो रहे हैं। रालोद विधायक रहे चंदन चौहान के बिजनौर संसदीय सीट से सांसद चुने जाने के बाद मीरापुर सीट रिक्त हो गई थी। केन्द्रीय निर्वाचन आयोग ने चुनाव की घोषणा कर दी है। मीरापुर विस क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 3.30 लाख है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या करीब एक लाख 74 हजार और 1.56 लाख महिला मतदाताओं की संख्या है। विधानसभा क्षेत्र में एक नगर पंचायत मीरापुर शामिल है जबकि 117 गांव हैं। विधानसभा चुनाव के लिए 328 बूथ बनाए गए हैं।

आचार संहिता से रुक गए 65.75 करोड़ के कार्य

मीरापुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर आचार संहिता लगने के कारण करीब 65.75 करोड के 377 से अधिक कार्य प्रभावित हो गए हैं। नगर पालिका में राज्यवित्त की करीब 22 करोड़ की धनराशि से होने वाले 202 निर्माण कार्य अब नहीं हो पाएंगे। वहीं नगर सृजन योजना की धनराशि करीब 2.50 करोड़ की धनराशि से होने वाले 25 निर्माण कार्यों पर भी रोक लग गई है।

मोरना/मीरापुर से कब कौन पहुंचे विधानसभा

साल पार्टी विधायक

1967 कांग्रेस राजेंद्र दत्त त्यागी

974 कांग्रेस नारायण सिंह

1977जनता पार्टी नारायण सिंह

1980 जनता एस मेहंदी असगर

1985 कांग्रेस सईदुज्जमां

1989 जनता दल अमीर आलम

1991 भाजपा रामपाल सिंह

1993 भाजपा रामपाल सिंह

1996 सपा संजय सिंह

2002 बसपा राजपाल सैनी

2007 रालोद कादिर राना

2009 रालोद मिथलेश पाल

2012 बसपा मौलाना जमील

2017 भाजपा अवतार भड़ाना

2022 रालोद चंदन चौहान

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