गोंडा में 10 दिन बाद कब्र से निकाला गया दिव्यांग का शव, जानें पुलिस ने क्यों लिया ये ऐक्शन
गोंडा में पुलिस ने कब्र खोदकर 10 दिन पहले दफनाए गए शव को बाहर निकाला गया। साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भी भेज दिया गया। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। दरअसल मृतक कई दिनों से लापता था।

यूपी के गोंडा में डीएम के आदेश पर पुलिस ने कब्र खोदकर 10 दिन पहले दफनाए गए शव को बाहर निकाला गया। साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भी भेज दिया गया। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पुलिस द्वारा उठाया गया ये कदम सुर्खियों में है।
ये मामला करनैलगंज क्षेत्र का है। खजुहा का रहने वाला 35 साल का रंजीत दिव्यांग था। उसका एक हाथ कटा हुआ था। वह नवंबर महीने के पहले सप्ताह में घर से गायब हो गया था। बीते 22 जनवरी को गांव के बगल में स्थित तालाब के किनारे बच्चे खेल रहे थे, उनका गेंद तालाब में चला गया। जब बच्चे गेंद निकालने गए तो तालाब में शव उतराता देखा। बच्चों ने इसकी जानकारी गांव वालों को दी। ग्रामीणों ने शव को बाहर निकाला तो वह रंजीत का शव होने की पुष्टि हुई।
ग्रामीणों के साथ परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए ही शव को कटरा घाट सरयू नदी के किनारे दफना दिया। ग्रामीणों के मुताबिक गरीबी के चलते परिवार के लोग अंतिम संस्कार भी ठीक से नहीं कर सके। मृतक रंजीत की पत्नी किरन अपने मायके समस्तीपुर बिहार गई हुई थी। पति की मौत की सूचना पाकर जब वह वापस आई तो उसने अपने पति के डूबने से मौत होने की सूचना व शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए 24 जनवरी को कोतवाली में प्रार्थना पत्र दिया।
कोतवाली पुलिस ने दफन किए गए शव का पोस्टमार्टम कराने की अनुमति के लिए डीएम को सूचना भेजी। डीएम ने मामले में तहसीलदार मनीष कुमार वर्मा को नामित करते हुए पुलिस को शव खुदवाकर पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया। इस मामले में कोतवाल श्रीधर पाठक ने बताया कि डीएम के निर्देश पर शव निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर जांच व कार्रवाई की जाएगी।