अखिलेश-मायावती प्रचार के लिए क्यों नहीं निकले? भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने बताया कारण
यूपी निकाय चुनाव के पहले चरण के प्रचार का शोर मंगलवार को थम गया। इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव कहीं-कहीं ही दिखाई दिए। बसपा प्रमुख मायावती तो लखनऊ में भी प्रचार करती नहीं नजर आईं।
यूपी निकाय चुनाव के पहले चरण के प्रचार का शोर मंगलवार को थम गया। इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव कहीं-कहीं ही दिखाई दिए। बसपा प्रमुख मायावती तो लखनऊ में भी प्रचार करती नहीं नजर आईं। इसे लेकर सपा-बसपा की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी तो नहीं दी गई लेकिन मंगलवार को रामपुर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने इसका कारण बताया। उन्होंने कहा कि रामपुर में पार्टी के निकाय चुनाव प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करने के साथ ही सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में विपक्ष के नेताओं का प्रचार में नहीं निकलना यह बता रहा है कि विपक्ष ने मतदान से पहले ही हार मान ली है। भाजपा पीएम और सीएम के विकास माडल के आधार पर इस चुनाव में क्लीन स्वीप करेगी।
उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव में भाजपा की लहर चल रही है। आज यूपी का प्रत्येक नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस कर रहा है। व्यापार के लिए अनुकूल माहौल है। कोई रंगदारी, वसूली नहीं कर सकता। सितंबर-अक्तूबर में प्रदेश के अंदर लाखों करोड़ का निवेश होने जा रहा। लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। नगरीय क्षेत्रों का स्मार्ट सिटी के तौर पर विकास हो रहा है। कई शहरों में मेट्रो का कार्य प्रगति पर है तो कई जगह इसका विस्तार हो रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शहरों की ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। एफआईआर से लेकर ड्राइविंग लाइसेंस तक सरकारी सेवाओं का डिजिटिलाइजेशन किया गया है, जिससे लोग मोबाइल पर ही सेवाओं का लाभ ले पा रहे हैं। कोरोना के खिलाफ बेहतरीन प्रबंधन से लेकर प्रदेश में संचारी रोगों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों का लाभ आम जनता में दिख रहा है।
पहले की सरकारों की तरह भाजपा सरकार सरनेम देखकर विकास योजनाओं का लाभ नहीं देती। योजनाएं हर पात्र नागरिक के लिए हैं चाहे उनकी जाति, मजहब कुछ भी हो। मोदी-योगी और भाजपा की हर तबके में स्वीकार्यता को देखकर विपक्ष बौखला गया हैं। विपक्ष समझ चुका है कि भाजपा को टक्कर देना तो दूर रहा सामना तक नहीं कर सकते। ऐसे में झूठ बोलकर अर्नगल बयान देकर वे साबित कर रहे हैं कि सरकार के खिलाफ षड्यंत्र ही उनका असली चरित्र है।