Up Weather: अगले चार दिनों तक यूपी के इन जिलों में भारी बारिश के आसार, मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में 18 जुलाई तक कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। 19 के बाद मानसून कमजोर पड़ने के आसार हैं। 17 व 18 को पश्चिमी यूपी और दक्षिणी हिस्सों में कहीं-कहीं भारी बारिश होगी।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में 18 जुलाई तक कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। 19 जुलाई के बाद मानसून कमजोर पड़ने के आसार हैं। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार बंगाल की खाड़ी से आ रही पुरवा और अरब सागर से आ रही पछुवा हवा के संगम की वजह से मौसम में यह बदलाव आ रहा है।
साथ ही दक्षिणी उत्तर प्रदेश के मध्य भागों के आसपास चक्रवातीय दबाव बना हुआ है, एक चक्रवातीय दबाव हरियाणा और आसपास केन्द्रित है। साथ ही मध्य पाकिस्तान के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ है। इस वजह से 17 व 18 जुलाई को पश्चिमी यूपी और प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में कहीं-कहीं भारी हो सकती है।
बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश में सबसे अधिक 19 सेंमी बारिश मुरादाबाद के बिलारी में रिकार्ड की गई। कन्नौज के तिर्वा में 13, इटावा में 11, मैनपुरी के करहल में नौ, अलीगंज के एटा में आठ, कासगंज के पटियाली में सात, मैनपुरी के भोगांव में सात, खीरी के निघासन में सात, महाराजगंज के त्रिमोहिनी घाट पर छह, फतेहगढ़ में छह, इटावा के भरथना और बिजनौर में पांच-पांच सेण्टीमीटर बारिश दर्ज की गई।
इस बीच जलशक्ति विभाग के बाढ़ नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार बदायूं के कचलाब्रिज पर गंगा और मुजफ्फरनगर के मावी में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार है। बुलंदशहर के नरौरा में गंगा और लखीमपुर खीरी के पलियाकलां में शारदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है।
बागपत में टूटे बांध की मरम्मत
राहत आयुक्त नवीन कुमार के अनुसार कल 13 जुलाई को दोपहर तीन से चार बजे के लगभग बागपत एवं गाजियाबाद के मध्य यमुना नदी के किनारे बने अलीपुर तटबंध में रिसाव की सूचना प्राप्त हुई। कुछ समय बाद लगभग 100 फीट लंबाई में यह तटबंध कट गया।
तटबंध से लगभग 200 मीटर की दूरी पर बह रही यमुना नदी का ओवरफ्लो पानी तटबन्ध के कटे हुए स्थान से बागपत एवं गाजियाबाद की सीमा पर स्थित ग्राम सुभानपुर के खेतों से होता हुआ गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी इत्यादि के बाहरी क्षेत्रों में बहना प्रारम्भ हो गया।
घटनास्थल पर तत्काल जिलाधिकारी एवं सिचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा मौके पर पहुंच कर ग्रामवासियों को सजग करते हुए तटबन्ध के कटाव की मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया गया। लखनऊ से सिचाई विभाग के मुख्य अभियन्ता व अन्य उच्चाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं, जिनकी उपस्थिति में मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
तहसील स्तरीय आपदा टीम द्वारा आस-पास के ग्रामवासियों को सजग कर दिया गया है। राहत के मद्देनज़र लखमीचन्द पटवारी कॉलेज खेकड़ा, होली चाईल्ड स्कूल डूडाहेड़ा व जनता हाई स्कूल ग्राम सांकरौद का राहत शिविरों के रूप में उपयोग किए जाने के लिए चिन्हित किया गया। घटनास्थल पर निरन्तर नजर रखी जा रही है।