अतीक के करीबियों को नहीं बख्शेगी यूपी पुलिस, ईडी की तर्ज पर शुरू की जांच; बिल्डरों पर कसा शिकंजा
माफिया अतीक अहमद के आर्थिक मददगारों में प्रयागराज के कई सफेदपोश, बिल्डरों का नाम आ रहा है। इन पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस ED की तर्ज पर जांच कर रही है। बैंक खातों की पड़ताल कर रही है।
Crackdown on close associates of Mafia Atiq Ahmed: माफिया अतीक अहमद के आर्थिक मददगारों में प्रयागराज के कई सफेदपोश और बिल्डरों का नाम सामने आ रहा है। इनके खिलाफ शिकंजा कसने के लिए पुलिस ईडी की तर्ज पर जांच कर रही है। बैंक खातों की पड़ताल कर रही है। बिल्डरों और अतीक एंड कंपनी का ट्रांजेक्शन तलाश कर रही है। पूछताछ में हर कोई खुद को पाक साफ बताने में लगा है। इसलिए पुलिस इस बार बैंक स्टेटमेंट की मदद से शिकंजा कसने वाली है।
ईडी धनशोधन अधिनियम के तहत अतीक एंड कंपनी के खिलाफ जांच कर रही है, लेकिन रहस्यमय परिस्थिति में प्रयागराज टीम से विवेचना ट्रांसफर कराकर दूसरी विंग को दे दी गई। इसी टीम ने मुख्तार अंसारी की कलई खोली थी। ईडी के विवेचक सौरभ कुमार ने बैंक स्टेटमेंट की मदद से मुख्तार अंसारी, उनकी पत्नी आफ्शा अंसारी, बेटा अब्बास और साले पर कार्रवाई की। आरोप पत्र भी दाखिल हो चुका है। बैंक स्टेटमेंट की जांच पर मुख्तार के सीए और बिल्डर भी ईडी के सामने सरेंडर हो गए थे। अब प्रयागराज की टास्क फोर्स भी ईडी की तरह ही अतीक के करीबियों की हकीकत जांच में लगी है।
पुलिस को पुख्ता इनपुट मिला कि कई बिल्डरों और अतीक अहमद का करीबी संबंध था। कई प्रोजेक्ट में अतीक और अशरफ का पैसा लगा था। बिल्डर अतीक एंड कंपनी को महीना पहुंचाते थे, लेकिन पूछताछ में वे खुद को अतीक का विरोधी बताने लगते हैं। ऐसे में पुलिस ने अब उनके आईटीआर से लेकर हर बैंक खातों की जानकारी मंगाई है। रुपयों का ट्रांजेक्शन कहां और कैसे हुआ, इसकी जांच चल रही है। पुलिस ने जितने संदिग्धों को पूछताछ के लिए बुलाया था, उनसे डिटेल मांगी गई है।