UP Floods: शारदा में कटान से इन इलाकों में बाढ़ का खतरा, आबादी की तरफ बढ़ रही नदी
UP Floods: शारदा नदी में कटान से पीलीभीत के कई इलाकों और गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है। नदी का जलस्तर कम नहीं हो रहा है। नदी अब आबादी की तरफ बढ़ रही है जिससे घरों में पानी जाने का खतरा है।
बनबसा बैराज से लगातार शारदा नदी में पानी छोड़े जाने से पीलीभीत में बाढ़ प्रभावित गांवों में निचले हिस्से में भरा पानी कम नहीं हो रहा है। खेत-खलिहाल जलमग्न होने से फसलें बर्बाद हो गई है तो मार्ग पर पानी भरा होने से लोगों को आवागमन में दिक्कत उठानी पड़ रही है। चंदिया हजारा क्षेत्र में शारदा नदी द्वारा कृषि भूमि का कटान किया जा रहा है। नदी की धार जमीन को काटकर आबादी की तरफ बढ़ रही है जिससे लोग भयभीत हैं।
आठ जुलाई को पूरनपुर और कलीनगर तहसील क्षेत्र में शारदा नदी किनारे गांवों में बाढ आने के बाद से ग्रामीण डरे हैं। नदी में बनबसा बैराज से पानी छोड़े जाने की सूचना मिलते ही फिर से बाढ़ की आशंका जताई जाने लगती है। एक दिन पहले रविवार को बैराज से पानी छोड़े जाने से नदी का जलस्तर बढ़ गया था। गांव चंदिया हजारा बाढ़ का पानी पहुंचने से खलबली मच गई थी। देर रात तक आधे से अधिक आबादी में पानी भर गया।
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बाढ़ का पानी और बढ़ने की आशंका को लेकर ग्रामीणों ने पूरी रात डर से साए में गुजारी। ऐसा हाल कालोनी नंबर छह का भी रहा। हालांकि नदी किनारे के अन्य गांवों में बाढ़ का पानी नहीं पहुंचा लेकिन खेत जलमग्न हो गए। सोमवार को चंदिया हजारा से बाढ़ का पानी उतर गया। वहीं इसी क्षेत्र में पिछले दो दिन से नदी जमीन का कटान कर रही है। बताते हैं कि गांव के गोरंग मंडल, नरायन टिकेदार, रेनुका सरकार और भारत गोसाई का खेत और गन्ना की फसल नदी की भेंट चढ़ रही है।
नदी की धार जमीन को काटकर आबादी की तरफ बढ़ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि पारकोपाइन जिओ बैग से छूटे हिस्से की बजह से बाढ़ और कटान की समस्या बनी हुई है। प्रधान वासुदेव कुंडू व प्रवीर सरकार ने बताया कि खेत-खलिहान जलमग्न हैं। राहुलनगर से कालोनी नंबर छह को जाने वाले रास्ते पर जलभराव है। बाढ़ का पानी उतरते ही बैराज से पानी छूटने पर फिर बढ़ जाता है।