सर्दियों की छुट्टी में शिक्षकों को नहीं मिलेगी राहत, आना होगा स्कूल
जाड़े की आकस्मिक छुट्टियों में सरकारी प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों को स्कूल जाना होगा। भले ही जिलों में सर्दियों के चलते स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया हो। सरकारी प्राइमरी स्कूलों के कैलेण्डर में...
जाड़े की आकस्मिक छुट्टियों में सरकारी प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों को स्कूल जाना होगा। भले ही जिलों में सर्दियों के चलते स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया हो। सरकारी प्राइमरी स्कूलों के कैलेण्डर में जाड़े का अवकाश नहीं है।
बीते दिनों बेसिक शिक्षा अधिकारियों के साथ हुई वीडियो कांफ्रेसिंग में महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरण आनंद ने बीएसए की तरफ से आ रहे सवालों पर स्पष्ट किया कि शिक्षकों को इस दौरान स्कूल आना होगा। केवल शिक्षण कार्य स्थगित रहेगा और स्कूल बच्चों के लिए बंद रहेगा।
इस दौरान शिक्षक स्कूल आकर कागजी कार्यवाहियों को पूरा करेंगे। शिक्षकों को ऑपरेशन कायाकल्प व कम्पोजिट ग्रांट आदि से हो रहे कामों आदि का विवरण प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करना है। ऑपरेशन कायाकल्प में स्कूलों में होने वाले निर्माण कार्यों का ब्योरा प्रेरणा पर अपलोड करना है। इसी के आधार पर अगले शैक्षिक सत्र की कार्ययोजना तैयार की जानी है। इस वर्ष लगभग 90 हजार स्कूलों में टाइल्स, बाउंड्रीवॉल का काम ऑपरेशन कायाकल्प के तहत करवाया गया है। वहीं लर्निंग आउटकम के नतीजों के आधार पर शिक्षकों को कार्ययोजना भी तैयार करनी है। फरवरी में एक बार फिर इसकी परीक्षा होनी है।
अभी तक शीतलहर की छुट्टियों में शिक्षकों के स्कूल आने को लेकर स्पष्ट निर्देश नहीं है। दो वर्ष पहले तक सरकारी स्कूलों में भी 15 दिनों तक सर्दियों का अवकाश दिया जाता था। लेकिन इसे खत्म कर दिया गया क्योंकि शीतलहर में जिलाधिकारी अपने जिलों में स्थानीय आधार छुट्टियां करते हैं।