फर्जी मेल पर मिल गई टीचर की नौकरी, कानपुर में खुलासे के बाद पूरे यूपी में अलर्ट
Teachers Recruitment: फर्जी मेल के जरिए से शिक्षकों की नियुक्ति के मामले से प्रदेशभर में हड़कंप मच गया है। शिक्षा निदेशक ने पूरे प्रदेश के जिला विद्यालय निरीक्षकों को अलर्ट जारी कर दिया है।
Appointment of Teachers: उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के नाम से आई फर्जी मेल के माध्यम से शिक्षकों की नियुक्ति के मामले से प्रदेशभर में हड़कंप मच गया है। शिक्षा निदेशक ने पूरे प्रदेश के जिला विद्यालय निरीक्षकों को अलर्ट जारी कर दिया है। जिस तरह से फर्जी पैनल को मिलती-जुलती ई-मेल से भेजा गया उससे इस बात का संदेह बढ़ गया है कि इस फर्जीवाड़े में शामिल रैकेट के तार प्रयागराज से लेकर शहर तक फैले हुए हैं।
दरअसल, शिक्षा सेवा चयन आयोग से नियुक्त शिक्षकों की सूची मेल या डाक के माध्यम से जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय आती है। प्रक्रिया के तहत इसकी पुष्टि होने के बाद ही इन्हें जिला विद्यालय निरीक्षक के स्तर से नियुक्ति पत्र जारी किए जाते हैं। इन नियुक्ति पत्रों के आधार पर सम्बंधित अनुदानित विद्यालय के प्रबंधक कार्यभार ग्रहण कराने के लिए पत्र जारी करते हैं। इस मामले में मेल से सूची तो आई लेकिन मेल ही कूटरचित था।
जगह नहीं, फिर भी कर दी नियुक्ति
आर्य कन्या इंटर कॉलेज के लिए आयोग की फर्जी लिस्ट से रिक्षा पांडेय को नियुक्ति पत्र जारी किया था। प्रबंधक की शिकायत थी कि उनके यहां सम्बंधित विषय की शिक्षिका का पद रिक्त नहीं है और न ही अध्याचन (मांग) की गई है। इसके बाद भी उनके विद्यालय को शिक्षिका चयनित कर भेज दी गई। शिकायती पत्र में उस पैनल की संख्या भी दी गई थी जिसमें इसका नाम था।
आयोग ने लिस्ट चेक की तो उसे भी संदेह हुआ। चयन बोर्ड के उप सचिव ने जवाब में लिखा - रिक्षा पांडेय का विज्ञापन संख्या 02 / 2021, प्रवक्ता नागरिक शास्त्र रिक्तियों की संख्या से अधिक के पैनल (प्रतीक्षा सूची) में नाम नहीं होने के बाद भी सम्बंधित अभ्यर्थी को नियुक्ति पत्र किस आधार पर जारी किया गया है, इसकी जानकारी चयन बोर्ड एवं निदेशालय को उपलब्ध कराएं। यहीं से फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।
फर्जी मेल भेज दबाव भी बनाया
माना जा रहा है कि प्रयागराज में उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और शिक्षा निदेशालय से करीबी रखने वालों ने ठगी का जाल बुना है। क्योंकि हाल ही में फर्जी पैनल के सदस्यों ने दबाव बनाया तो नियुक्ति पत्र जारी हो गए थे। फर्जी मेल भेजने के साथ स्थानीय स्तर पर दबाव की राजनीति भी की।
सेवाएं निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू
डीआईओएस ने फर्जी ढंग से नियुक्तियां पाने वाली दोनों शिक्षिकाओं की सेवाएं निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रबंधकों को पत्र जारी कर जानकारी मांगी गई है। इसके बाद इनकी सेवाएं निरस्त कर कार्रवाई की जाएगी।
जिला विद्यालय निरीक्षक को आई थी मेल
जिला विद्यालय निरीक्षक अरुण कुमार ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामना आया है कि विभाग की ऑफिशियल मेल से मिलती जुलती ई-मेल बनाई गई, जो उन्हें भेजी गई। अब इस ई-मेल को ब्लॉक कर दिया गया है। प्राथमिकी दर्ज करानी की प्रक्रिया भी चल रही है।
शिक्षा निदेशक ने जारी किया अलर्ट
शिक्षा निदेशक ने प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र भेज कर अलर्ट करते हुए कहा है कि कुछ जनपदों में कूटरचित एवं फर्जी पैनल व संस्था आवंटन की लिस्ट विज्ञापन संख्या 01-2021 (प्रशिक्षित स्नातक) एवं 02-2021 (प्रवक्ता) लिस्ट भेजकर भ्रमित किया जा रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक इसका सत्यापन पहले विभागीय वेबसाइट से करें। यदि कोई हीलाहवाली होती है तो इसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षक जिम्मेदार होंगे। इसी तरह का पत्र मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक ने भी जारी किया है।
कानपुर में हुई इनकी फर्जी नियुक्ति
रिक्षा पांडेय, वाराणसी, नागरिक शास्त्र, प्रवक्ता पद, सामान्य श्रेणी, आर्य कन्या इंटर कॉलेज
विनीत चौधरी, मेरठ, अंग्रेजी, प्रवक्ता पद, पिछड़ी जाति, राम सहाय इंटर कॉलेज
विनय सिंह, सामाजिक विज्ञान, प्रशिक्षित स्नातक, सामान्य श्रेणी, श्री आस्तिक मुनि इंटर कॉलेज, कोरीयांव
अरविंद सिंह यादव, सीतापुर, हिंदी प्रशिक्षित स्नातक, सामान्य वर्ग, बीपीएमजी इंटर कॉलेज, मंधना
स्वाती द्विवेदी, प्रयागराज, अंग्रेजी प्रशिक्षित स्नातक, सामान्य वर्ग, पीपीएन इंटर कॉलेज
आशीष कुमार पांडेय, मिर्जापुर, वाणिज्य प्रशिक्षित, स्नातक, ज्ञान भारती एमएस इंटर कॉलेज
नीतिन कुमार, मुजफ्फरनगर, शारीरिक शिक्षा, प्रशिक्षित स्नातक, अनुसूचित जाति, महारानी राजाराम बालिका इंटर कॉलेज
ज्योति यादव, मेरठ, शारीरिक शिक्षा, प्रशिक्षित स्नातक, पिछड़ी जाति, डीएमयू इंटर कॉलेज
विनीता देवी, मिर्जापुर, सामाजिक विज्ञान, सामान्य, मदन मोहन अग्रवाल इंटर कॉलेज