यूपी निकाय चुनाव में दिग्गजों का गढ़ ढहा, केंद्र-प्रदेश के मंत्री भी अपने यहां भाजपा को न जिता सके
यूपी निकाय चुनाव में दिग्गजों का गढ़ ढहा। जीत दर्ज करने वाली भाजपा ने विजय पाने को व्यापक व्यूह रचना की थी पर केंद्र-प्रदेश के मंत्री भी अपने यहां भाजपा को न जिता सके।
यूपी निकाय चुनावों में बंपर जीत दर्ज करने वाली भाजपा ने विजय पाने को व्यापक व्यूह रचना की थी। संगठन पदाधिकारियों के अलावा मंत्रियों को प्रभार वाले जिलों के साथ गृह जनपद की सीटों पर जीत दिलाने को भी कहा गया था। मगर भाजपा के कई दिग्गज अपने क्षेत्र में पार्टी को जिताने में नाकाम रहे।
राकेश सचान व जितिन प्रसाद
कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही के विधानसभा क्षेत्र पथरदेवा की नगर पंचायत सीट पर सपा की क्रांति सिंह विजय रहीं। कानपुर की घाटमपुर नगर पालिका में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान के वार्ड गांधी नगर से भाजपा को सपा के हाथों हार मिली। कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद के गृह जिले शाहजहांपुर की तिलहर नगर पंचायत में भाजपा को सपा के हाथों हार का सामना करना पड़ा। गन्ना मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण के विधानसभा क्षेत्र छाता में नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर बसपा प्रत्याशी जीता।
कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल नंदी प्रयागराज में अपने वार्ड में भाजपा को नहीं जिता पाए। ग्राम्य विकास मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम अपने विधानसभा क्षेत्र सलेमपुर व लार की नगर पंचायतों पर भाजपा को नहीं जिता सकीं। इन दोनों सीटों पर निर्दलीय श्रीराम यादव व मूसा राजा लारी ने जीत हासिल की। बाराबंकी में राज्यमंत्री सतीश शर्मा अपने क्षेत्र दरियाबाद से पार्टी प्रत्याशी को नहीं जिता पाए।
स्मृति के क्षेत्र में जीते कांग्रेस और निर्दलीय
केंद्रीय मंत्री और अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र में आने वाली तीन नगर पंचायत और एक नगर पालिका में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। नगर पंचायत परदेशपुर, सलोन और नसीराबाद में निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा पर भारी पड़े। परदेशपुर में तो भाजपा के बागी ने जीत दर्ज की। वहीं नगर पालिका परिषद जस में अध्यक्ष पद पर कांग्रेस प्रत्याशी मनीषा चौहान ने जीत दर्ज की। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के संसदीय क्षेत्र लखीमपुर की शहरी नगर पालिका पर भाजपा तीसरे नंबर पर खिसक गई। यहां पार्टी की बागी इरा श्रीवास्तव ने जीत दर्ज की। ओयल व खीरी नगर पंचायत में भी भाजपा लड़ाई से बाहर रही। केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल के संसदीय क्षेत्र आगरा के जलेसर में भाजपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा।
बरेली मंडल के सभी जिलों में ज्यादातर विधायक भाजपा के हैं जबकि बरेली, शाहजहांपुर व पीलीभीत भाजपा के दिग्गजों का गढ़ रहा है। बरेली के आंवला से विधायक व प्रदेश के पशुपालन व दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह के समर्थन व सक्रियता के बाद भी नगर पालिका आंवला से भाजपा प्रत्याशी को हार मिली व सपा की जीत हुई। वहीं, बरेली के फरीदपुर विधायक के प्रचार अभियान के बाद भी फतेहगंज पूर्वी नगर पंचायत में भाजपा प्रत्याशी को बागी ने हरा दिया। वहीं, बदायूं सदर विधायक व पूर्व मंत्री महेश चंद्र गुप्ता की संक्रियता के बाद भी नगर पालिका बदायूं से भाजपा प्रत्याशी दीपमाला को हार का मुंह देखना पड़ा जबकि कुंवरगांव नगर पंचायत में जीत मिली। बदायूं लंबे समय तक सपा का गढ़ रहा है लेकिन इस बार सपा ने प्रत्याशियों को सिंबल न देकर भाजपा के लिए पिच खाली छोड़ दी थी।