अब यूपी निकाय चुनाव के दूसरे चरण में दिग्गजों ने झोंकी ताकत, सपा के गढ़ में योगी; कन्नौज में अखिलेश मांगेगे वोट
निकाय चुनाव 2023 के पहले चरण के तहत गुरुवार को प्रदेश के 37 जिलों में मतदान होना है। कल पहले चरण के लिए मतदान थमने के बाद से विभिन्न दलों के स्टार प्रचारकों ने अब दूसरे चरण में ताकत झोंक दी है।
UP Nikay Chunav 2023: यूपी निकाय चुनाव 2023 के पहले चरण के तहत गुरुवार को प्रदेश के 37 जिलों में मतदान होना है। कल पहले चरण के लिए मतदान थमने के बाद से विभिन्न दलों के स्टार प्रचारकों ने अब दूसरे चरण में ताकत झोंक दी है। बीजेपी के चुनाव प्रचार की कमान संभाले सीएम योगी आदित्यनाथ आज पूर्वांचल में समाजवादी पार्टी के गढ़ रहे आजमगढ़ और मऊ, बलिया, संतकबीरनगर में चुनावी जनसभाओं को सम्बोधित करेंगे तो वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव कन्नौज में पार्टी उम्मीदवारों के लिए अपील करेंगे।
उधर, पहले चरण के चुनाव में मतदान के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को लखनऊ पहुंच रहे हैं। अगले साल यानी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र बीजेपी ने निकाय चुनाव को सेमीफाइनल मानते हुए पूरी ताकत झोंक दी है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक आज चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर में होंगे। वहीं डिप्टी सीएम केशव मौर्य औरैया, इटावा, फर्रुखाबाद और कन्नौज में जनसभाओं को सम्बोधित करेंगे।
प्रचार के आखिरी दिन जूझते दिखे प्रत्याशी
वहीं पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार के आखिरी दिन भी प्रत्याशियों ने दिनभर जोर आजमाइश की। कहीं जुलूस निकाला तो कहीं रोड शो हुआ। राजधानी लखनऊ में ही 350 से अधिक स्थानों पर जुलूस, रोड शो तथा पैदल लोग प्रचार करते हुए दिखाई दिए। तमाम इलाकों में प्रत्याशियों ने पद यात्राएं भी निकाली। पद यात्राएं निकालकर जीत सुनिश्चित करने के लिए जनता से आशीर्वाद भी मांगा। शहर के 110 वार्डों में 350 से अधिक स्थानों पर लोगों ने अपने समर्थन में पद यात्राएं, जुलूस तथा रोड शो किए। मेयर से लेकर पार्षद तक के प्रत्याशी इसमें पीछे नहीं रहे। कुछ वार्डों में तो सभी चारों प्रमुख दलों के प्रत्याशियों ने पदयात्रा - रोड शो निकाला। शाम होते ही प्रचार का शोर थम गया।
योगी से होती रही अखिलेश की तुलना
उधर, निकाय चुनाव में अच्छे परिणाम के लिए लगतार पसीना बहा रहे सीएम योगी आदित्यनाथ से सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बीएसपी सुप्रीमो मायावती सहितविपक्ष के प्रमुख नेताओं की तुलना होती रही। इस बार निकाय चुनाव में सीएम योगी जहां रोज चार से पांच जिलों में जनसभाएं कर रहे हैं वहीं अखिलेश यादव ने किसी दिन दो से तीन तो किसी दिन एक ही जिले में चुनाव प्रचार किया। बसपा सुप्रीमो भी प्रत्याशी घोषित करने के बाद निश्चिंत दिखीं। वह प्रचार के लिए नहीं निकलीं।