मौत भी नहीं छुड़ा सकी लाल टोपी का साथ, अंतिम दर्शन में भी सपा की पहचान पहने दिखे मुलायम सिंह
लाल टोपी से मुलायम सिंह यादव का साथ मौत भी नहीं छुड़ा सकी। गुरुग्राम के मेदांत अस्पताल में अंतिम सांस लेने से लेकर सैफई के मेला ग्राउंड में पंचतत्व में विलीन होने तक मुलायम लाल टोपी में ही दिखाई दिए।
लाल टोपी से मुलायम सिंह यादव का साथ मौत भी नहीं छुड़ा सकी। गुरुग्राम के मेदांत अस्पताल में अंतिम सांस लेने से लेकर सैफई के मेला ग्राउंड में पंचतत्व में विलीन होने तक मुलायम लाल टोपी में ही दिखाई दिए। बेटे अखिलेश यादव ने भी मुखाग्नि के समय सपा की पहचान लाल टोपी को पहनने के बाद अंतिम संस्कार की क्रियाओं को पूरा किया। इस दौरान मुलायम सिंह को अंतिम विदाई देने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। मुलायम का अंतिम दर्शन करने के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत तमाम वीआईपी को अपना सुरक्षा दस्ता काफी दूर छोड़कर मेला ग्राउंड तक आना पड़ा।
समाजवादी पार्टी के गठन के साथ ही मुलायम सिंह ने यूपी की राजनीति में नई इबारत लिखी थी। यूपी की राजनीति में मुलायम की हनक का ही असर रहा कि पहले कांग्रेस और फिर भाजपा लंबे समय तक सत्ता से दूर रही। मुलायम ने इस दौरान सपा के लाल-हरे झंडे के साथ ही लाल टोपी को पहचान दिलाई। बिना लाल टोपी के मुलायम पार्टी के किसी कार्यक्रम में नहीं दिखाई देते थे।
मुलायम कार्यकर्ताओं को भी लाल टोपी पहनने के लिए प्रेरित करते रहते थे। मुलायम के बाद अखिलेश ने सपा की बागडोर संभाली तो टोपी के साथ ही पार्टी के सभी कार्यक्रमों में दिखाई दिये। इसी का असर रहा कि समाजवादी पार्टी की बैठकों, रैलियों में सपा पदाधिकारियों से लेकर कार्यकर्ताओं के सिर पर लाल टोपियां जरूर दिखाई देती रहीं।
लाल टोपी बनी निशाना तो मुलायम ने किया पलटवार
विधानसभा चुनाव के दौरान लाल टोपी भी वार-पलटवार का हथियार बनी थी। यूपी के पिछले ही चुनाव में लाल टोपी भी मुद्दा बनी। सीएम योगी और पीएम मोदी ने भी लाल टोपी को लेकर समाजावादी पार्टी पर निशाना साधा था। तब चुनावों से दूर रहने के बाद भी मुलायम सिंह यादव ने पीएम और सीएम के बयानों पर चुटकी लेते हुए पलटवार किया था।
पीएम मोदी ने गोरखपुर में समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कह दिया था कि लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं। इन्हें सिर्फ लाल बत्ती के लिए सत्ता चाहिए। इसके बाद मुलायम सिंह ने बिना पीएम मोदी का नाम लिये उनके लाल टोपी पर दिये बयान पर पलटवार किया था।
तब मुलायम सिंह ने कहा था कि बीजेपी के सबसे बड़े नेता लाल टोपी से परेशान हो गए हैं। वह कहते हैं कि समाजवादी पार्टी की लाल टोपी खतरनाक है। मुलायम ने कार्यकर्ताओं में जोश जगाते हुए कहा कि आप जो कर रहे हैं, बिल्कुल ठीक कर रहे हैं। लाल टोपी को लेकर कार्यकर्ताओं का उत्साह भी बढ़ाया था।