मुलायम का पार्थिव शरीर ला रही एम्बुलेंस में आई खराबी, मथुरा में रोकना पड़ा काफिला
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल से सैफई के लिए निकली एम्बुलेंस में मथुरा में खराबी आ गई। एम्बुलेंस से धुआं निकलता देख उसे रोकना पड़ा।
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल से सैफई के लिए निकली एम्बुलेंस में मथुरा में खराबी आ गई। एम्बुलेंस से धुआं निकलता देख उसे रोकना पड़ा। एम्बुलेस के रुकने के कारण उसके साथ चल रहा समाजवादी पार्टी के नेताओं का भी काफिला भी रुक गया। खराबी को ठीक करने के बाद दोबारा एम्बुलेंस के साथ पूरा काफिला सैफई के लिए रवाना हुआ।
गुरुग्राम से शव को लेकर चली एम्बुलेंस में यमुना एक्सप्रेस वे पर चढ़ने के कुछ देर बाद ही खराबी आने लगी थी। एम्बुलेंस में से धुआं निकलता देखा गया। मांट टोल पर भी यह समस्या आई। वृंदावन कट पर डीजल डलवाने के बाद जब एम्बुलेंस यमुना एक्सप्रेस वे पर पहुंची तो उसमें से धुआं निकलने पर रोक लिया गया। एम्बुलेंस के रुकते ही पूरा काफिला भी रुक गया। एम्बुलेंस की तकनीकी खराबी को सही करने का प्रयास हुआ। एम्बुलेंस ठीक होने पर करीब तीन मिनट बाद काफिला आगे के लिए रवाना हुआ।
वृंदावन कट पर 12 मिनट रुका रहा काफिला
मथुरा के लोगों ने यमुना एक्सप्रेस वे के वृंदावन कट और मांट टोल पर पहुंचकर मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की। हालांकि एम्बुलेंस का गेट नहीं खोला गया और एम्बुलेंस पर फूल चढ़ा कर ही लोगों ने मुलायम सिंह यादव के प्रति संवेदना व्यक्त की। मुलायम सिंह यादव के शव को गुरुग्राम से सैफई जाते समय वाहनों का काफिला यमुना एक्सप्रेस वे पर होकर गुजरा।
पहले मांट टोल पर एकत्र हुए सपाइयों ने काफिले के पहुंचते ही धरती पुत्र मुलायम सिंह अमर रहें के नारे लगाए। यहां एम्बुलेंस का गेट न खुलने पर कार्यकर्ताओं ने एम्बुलेंस पर ही पुष्प चढ़ाकर संवेदना व्यक्त की। इसके बाद एम्बुलेंस के साथ काफिला वृंदावन कट पर पहुंचा। वृंदावन कट पर कुछ वाहनों में पेट्रोल-डीजल डलवाया गया।
यहां पर करीब 12 मिनट काफिला रुका रहा। इस दौरान अखिलेश यादव भी गाड़ी से उतरे। यहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने मुलायम सिंह अमर रहें आदि नारे लगाते हुए एम्बुलेंस पर पुष्प बर्षा की। यहां भी एम्बुलेंस के गेट नहीं खुले। काफिले में अखिलेश यादव के अलावा, शिवपाल यादव, डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव आदि बड़ी संख्या में लोग थे। करीब 300 गाड़ियां एम्बुलेंस के साथ चल रही थीं।