बीएसपी में किस पर फूटेगा निकाय चुनाव की हार का ठीकरा? सुप्रीमो मायावती ने 18 को बुलाई बैठक; तय होगी जिम्मेदारी
मायावती निकाय चुनाव में मिली हार की वजह जानने के लिए पार्टी पदाधिकारियों के साथ 18 मई को अहम बैठक करने जा रही हैं। इसमें मंडल प्रभारियों, जिलाध्यक्षों के साथ वामसेफ के पदाधिकारियों को बुलाया गया है।
Mayawati News: यूपी विधानसभा चुनाव के बाद यूपी निकाय चुनाव में मिली हार के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी की संभावित स्थितियों को लेकर सतर्क हो गई हैं। वह निकाय चुनाव में मिली हार की वजह जानने के लिए पार्टी पदाधिकारियों के साथ 18 मई को अहम बैठक करने जा रही हैं। इसमें मंडल प्रभारियों, जिलाध्यक्षों के साथ वामसेफ के पदाधिकारियों को बुलाया गया है। यह बैठक कई मामलों में अहम मानी जा रही है। मायावती इसमें लोकसभा चुनाव के लिए नई रणनीति पर मंथन भी कर सकती हैं।
बसपा का वर्ष 2017 की अपेक्षा इस बार निकाय चुनाव में खराब परफॉर्मेंस रहा है। पिछले चुनाव में बसपा को मेयर की दो सीटों पर जीत मिली थी। इस बार मेयर की उसे कोई भी सीट नहीं मिली, बल्कि जीत का प्रतिशत भी कम हो गया है। नगर निगमों में मात्र 85 पार्षद चुने गए।
नई सोशल इंजीनियरिंग भी काम न आई
निकाय चुनाव में मायावती की नई सोशल इंजीनियरिंग की कोशिश भी काम नहीं आई। पार्टी ने मेयर की 17 सीटों पर 11 मुस्लिम उम्मीदवार खड़े किए थे। इसके बावजूद एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं रही। यहां तक कि नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत में भी पार्टी का प्रदर्शन पूरी तरह निराशाजनक रहा। 2017 के निकाय चुनाव में पार्टी अलीगढ़ और मेरठ की मेयर सीटों पर कब्जा करने में कामयाब रही थी लेकिन 2023 के चुनाव दोनों सीटों पर वो तीसरे नंबर पर रही। बसपा के लिए अकेली राहत यही रही कि उसके सहारनपुर, गाजियाबाद और आगरा में मेयर की सीट पर उसके प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे। निकाय चुनाव के नतीजों ने साफ कर दिया है कि ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देकर बसपा सु्प्रीमो को मुस्लिम समाज से जैसे समर्थन की उम्मीद थी वो उन पर पानी फिर गया है।
समीक्षा बैठक में बनेगी 2024 की रणनीति
माना जा रहा है कि 18 मई को बसपा सु्प्रीमो मायावती द्वारा बुलाई गई बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र रणनीति बनाई जाएगी। इसके साथ ही निकाय चुनाव में मिली हार के कारणों की समीक्षा कर जिम्मेदारी तय करने और आगे के लिए जरूरी कदम उठाने पर भी विचार होगा।