माफिया अतीक का पाकिस्तानी कनेक्शन खंगालने में जुटी एजेंसियां, अब ED की एसटीएफ करेगी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद भी जांच जारी है। मनी लॉन्ड्रिंग के केस में भी अतीक का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने के कारण ही अब इस केस की विवेचना दिल्ली की स्पेशल टास्क फोर्स को सौंप दी गई है।
Mafia Atiq Ahmad: माफिया अतीक अहमद का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आने पर उसकी तफ्तीश बड़ी-बड़ी एजेंसियों ने की। अतीक और अशरफ की हत्या के बाद भी विवेचना जारी है। मनी लॉन्ड्रिंग के केस में भी अतीक का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने के कारण ही अब इस केस की विवेचना दिल्ली की स्पेशल टास्क फोर्स को सौंप दी गई है। ईडी की एसटीएफ अतीक से जुड़े बिल्डरों, सफेदपोश और मददगारों पर शिकंजा कसने वाली है। फिलहाल छापामारी के दौरान मिली 100 करोड़ से अधिक की बेनामी संपत्तियों की तफ्तीश चल रही है। प्रवर्तन निदेशालय की प्रयागराज शाखा ने अतीक एंड कंपनी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। इस मामले में अतीक की पत्नी शाइस्ता की झूंसी स्थित आठ करोड़ से अधिक कीमत की प्रॉपर्टी अटैच किया था।
अतीक के 11 बैंक खातों को सीज किया। अप्रैल 2023 में अतीक अहमद की हत्या से पहले प्रयागराज की ईडी टीम ने अतीक अहमद के आर्थिक मददगारों के 15 ठिकानों पर छापामारी की थी। बिल्डर संजीव अग्रवाल, अमितदीप मोर्ट्स के मालिक दीपक भार्गव, करेली में बिल्डर काली, मोहसिन, सीए सबीह अहमद, अतीक के अधिवक्ता खान हनीफ सौलत, खालिद जफर, लूकरगंज में सीताराम शुक्ला, करेली में पूर्व विधायक आसिफ जाफरी और कौशाम्बी में वदूद अहमद के घर पर छापामारी की थी।
जांच के दौरान 100 करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी के पेपर मिले थे। इसके अलावा विदेशी करेंसी, हीरे और सोने के गहने ईडी ने बरामद किए थे। अगले चरण में बिल्डर अमित गोयल के कार्यालय और बिल्डर अतुल के यहां छापामारी करके कागजात बरामद किए। डेटा इतना ज्यादा एकत्र हो गया था कि इसकी जांच के लिए एक बड़ी टीम की जरूरत की थी। इसी कारण इसे लखनऊ यूनिट को जांच के लिए ट्रांसफर कर दिया गया। अब इस केस की जांच ईडी टास्क फोर्स (दिल्ली) को मिली है।