पहले दिन ‘इमरजेंसी’ देख आए सपा नेता राजेंद्र चौधरी, कंगना के काम की तारीफ की, इतनी रेटिंग भी दी
- सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने शुक्रवार को भाजपा सांसद कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी को पहले ही दिन देख लिया है। उन्होंने कलाकारों की मेहनत की तारीफ की है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (एसपी) के मुख्य प्रवक्ता और उनके करीबी पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी शुक्रवार को पहले ही दिन कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी देखकर आ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद कंगना बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस हैं और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीत चुकी हैं। राजेंद्र चौधरी ने लखनऊ के सिनेमा हॉल में पार्टी के 30 नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ आपातकाल पर बनी यह फिल्म देखी। फिल्म देखने के बाद लाइव हिन्दुस्तान से बातचीत में चौधरी ने फिल्म को पांच में तीन स्टार रेटिंग दी है।
अखिलेश यादव सरकार में जेल मंत्री रह चुके राजेंद्र चौधरी खुद आपातकाल के दौरान जेल में बंद रहे हैं। चौधरी ने बताया कि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता केसी त्यागी के साथ मिलकर वो उस समय प्रतिरोध नाम का पर्चा निकालते थे। उन्होंने बताया कि इमरजेंसी के दौरान उन्हें मेरठ की जेल में बंद रखा गया था। चौधरी ने कहा कि आपातकाल के नाम पर फिल्म बनी है इसलिए वो इसे देखने आए हैं क्योंकि वो इस दौर के गवाह रहे हैं। फिल्म में कोई गड़बड़ी के सवाल पर चौधरी ने कहा कि कुछ अनावश्यक चीज है लेकिन जो कलाकार हैं, उन्होंने ठीक मेहनत की है। सपा नेता जूही सिंह, फ़करूल हसन चांद, मणेन्द्र मिश्रा, आशुतोष वर्मा भी चौधरी के साथ गए थे।
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राजेंद्र चौधरी ने कहा कि इस फिल्म का संबंध सत्ता के दुरुपयोग से है, इसलिए सत्ता में जो लोग हैं, उनको यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इतिहास का चक्र घूमता रहता है। चौधरी अखिलेश सरकार में राजनीतिक पेंशन मंत्री थे। तब अखिलेश यादव सरकार ने 22 मार्च 2016 को कानून बनाकर आपातकाल में जेल में कैद रहे आंदोलनकारियों को लोकतंत्र सेनानी का दर्जा दिया था। ऐसे लोगों को 15 हजार रुपये मासिक पेंशन के अलावा निःशुल्क यात्रा और इलाज की सुविधा दी गई थी। योगी आदित्यनाथ सरकार में यह पेंशन बढ़ाकर 20 हजार रुपये कर दी गई।