यूपी में छह इकाइयों ने फर्जीवाड़ा करके लिया 41 लाख का लोन, नायब तहसीलदार समेत 28 पर रिपोर्ट
- बरेली में दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करके छह इकाइयों द्वारा उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड से करीब 41 लाख रुपये का लोन लेने का मामला उजागर हुआ है। केस खुलने पर शासन ने जांच कराई, जिसमें आरोप सही पाए गए।
यूपी के बरेली में दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करके छह इकाइयों द्वारा उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड से करीब 41 लाख रुपये का लोन लेने का मामला उजागर हुआ है। केस खुलने पर शासन ने जांच कराई, जिसमें आरोप सही पाए गए। अब इस मामले में एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर की ओर से नायब तहसीलदार, लेखपाल और छह इकाइयों के पदाधिकारी समेत 28 लोगों पर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2018 में जिला खादी ग्रामोद्योग कार्यालय के प्रभारी तत्कालीन सहायक विकास अधिकारी अरुण सिंह को बरेली में कुछ इकाइयों द्वारा फर्जी दस्तावेजों से लोन लेने की जानकारी मिली थी। इस पर त्रिस्तरीय जांच कमेटी गठित करके मामले की जांच कराई गई, जिसमें छह इकाइयों को अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा फर्जी ऋण वितरण करने की पुष्टि हुई। इसके बाद उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नवनीत सहगल ने एंटी करप्शन से जांच कराने की संस्तुति।
एडीजी एंटी करप्शन के निर्देश पर 15 मई 2023 को यह जांच इंस्पेक्टर प्रवीण सान्याल को सौंपी गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि गायत्री ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, सगीर ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, सीमा ग्रामोद्योग संस्थान, स्वास्तिक ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, शुक्ला गुड़ खांडसारी ग्रामोद्योग और जेएमडी ग्रामोद्योग नरकुलागंज के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मंत्री व सदस्यों ने जमीन के फर्जी दस्तावेज लगाकर करीब 41 लाख रुपये का ऋण लिया है। नायब तहसीलदार नरेंद्र कुमार, लेखपाल नाजिम मियां, लेखपाल मो. अख्तर हुसैन, लेखपाल मो. शरीक, नगर पालिका फरीदपुर के लिपिक महेंद्र कुमार और महेश चंद्र इन जमीनों का गलत मूल्यांकन कर प्रमाणपत्र देने के दोषी पाए गए। उन्होंने अपनी जांच पूरी करके 12 अप्रैल 2024 को शासन को भेज दी, जिस पर आदेश मिलने के बाद शनिवार को कोतवाली में नायब तहसीलदार समेत 28 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
फर्जीवाड़ा कर ट्रांसपोर्टर ने नकटिया की जमीन के कराए पांच बैनामे
लेखपाल सावन कुमार जायसवाल के गैंग में शामिल किला के मोहल्ला जटवारा निवासी रिसॉर्ट मालिक एवं ट्रांसपोर्टर विजय अग्रवाल नकटिया की जमीन हड़पने के लिए पांच बैनामे कराए। पहले उसने अपने करीबियों के नाम पर जमीन कराई और फिर उसे अपने नाम पर करा लिया। इस संबंध में बारादरी के कांकरटोला निवासी इमरान खां ने थाना कैंट में मुकदमा दर्ज कराया है। इस मुकदमे में निलंबित लेखपाल आनंद विहार कॉलोनी निवासी सावन कुमार, कैंफर कॉलोनी सीबीगंज का भारत दीक्षित, रिसॉर्ट मालिक एवं ट्रांसपोर्टर किला में जटवारा निवासी विजय कुमार अग्रवाल, भूड़ निवासी अक्षित सिंह, अमित राठौर समेत 22 नामजद और 15-20 अज्ञात को आरोपी बनाया गया है।
इस मामले की जांच में सामने आया कि विजय अग्रवाल गैंग की मदद से इमरान खां की नकटिया स्थित 22सौवर्ग गज जमीन का बैनामा कराया है। इसके लिए पहले तो वर्ष 2022 की फर्जी वसीयत बनवाई गई और फिर उस जमीन के बैनामा व इकरारनामा विजय अग्रवाल के करीबी अंकिश त्रिपाठी, अक्षित सिंह, मुनीश अग्रवाल आदि को किए गए। बाद में इन लोगों ने इस जमीन का बैनामा विजय अग्रवाल को कर दिया।
पीलीभीत में पुलिस ने दी दबिश
लेखपाल गैंग में शामिल कई आरोपी पीलीभीत के रहने वाले हैं। इनकी तलाश में शुक्रवार रात पुलिस ने पीलीभीत में दबिश दी लेकिन कोई हाथ नहीं आया। कुछ आरोपियों के परिवार वालों से पुलिस पूछताछ कर रही है। साथ ही आरोपियों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाकर उनकी तलाश की जा रही है।
पुराने मुकदमों की होगी समीक्षा
इमरान की जमीन कब्जा करने के लिए लेखपाल सावन जायसवाल और विजय अग्रवाल पक्ष ने उन लोगों पर तीन-चार फर्जी मुकदमे भी दर्ज करा दिए। अन्य मामलों में भी इस तरह की शिकायतें सामने आई हैं। इस वजह एसआईटी इन मुकदमों में की जा रही कार्रवाई की भी समीक्षा करेगी। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया, नकटिया स्थित जमीन के विजय अग्रवाल को पांच बैनामे किए गए हैं। यह जमीन करीब 22सौ वर्ग गज है। पीलीभीत में भी आरोपियों की तलाश में दबिश दी गई है।