तेरहवीं भोज में कुर्सी नहीं मिली तो नाराज हो गया प्रॉपर्टी डीलर, ईंट से कूंचकर युवक को मार डाला
गोरखपुर में शनिवार की रात तेरहवीं भोज में प्रॉपर्टी डील को उचित सम्मान नहीं मिला तो तेरहवीं में खाना खिला रहे साले-बहनोई पर साथियों के साथ मिलकर हमला कर दिया। आरोपित ने मफलर में ईंट-पत्थर भरकर दोनों युवकों को बुरी तरह मारपीट कर घायल कर दिया।
यूपी के गोरखपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां गुलरिहा के बरगदही में शनिवार की रात तेरहवीं भोज में प्रॉपर्टी डीलर (पूर्व बीडीसी) को उचित सम्मान नहीं मिला तो तेरहवीं में खाना खिला रहे साले-बहनोई पर साथियों के साथ मिलकर हमला कर दिया, आरोपित ने मफलर में ईंट-पत्थर भरकर दोनों युवकों को बुरी तरह मारपीट कर घायल कर दिया तथा पास में पड़ी ईंट से जान से मारने की नियत से तीन बार धर्मेंद्र के सिर पर वार किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था, रविवार को घायल धर्मेंद्र निषाद की मौत हो गई। मृतक के पिता की तहरीर पर गुलरिहा पुलिस आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर तलाश कर रही थी। प्रापर्टी डीलर और उसके तीन साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर रविवार को कोर्ट में पेश किया, जहां उन्हें जेल भेज दिया गया।
शनिवार को बरगदही टोला महरीन निवासी राजन निषाद के पिता ध्रुप निषाद की तेरहवीं का कार्यक्रम था। जिसमें सिंहोरवा टोला निवासी प्रॉपर्टी डीलर अनिल निषाद क्षेत्र के हरसेवकपुर नंबर दो टोला दहला निवासी अपने मौसी के लड़के आर्यन निषाद के साथ पहुंचा था। कार्यक्रम में भीड़ ज्यादा थी तो कुर्सी नहीं मिली, जिस पर अनिल निषाद ने भोजन करने से मना कर दिया। तेरहवीं कार्यक्रम में राजन निषाद का चचेरा साला धर्मेंद्र निषाद निवासी रामगढ़ थाना रामगढ़ताल व धर्मेंद्र का बहनोई बहादुर निषाद निवासी बरगदही टोला केवटान खाना खिला रहे थे। अनिल को बहादुर ने मित्रवत कहा कि कैसे नहीं खाओगे। इतनी बात अनिल के मौसेरे भाई आर्यन को बुरी लग गई तथा दोनों में हाथापाई होने लगी।
बीच-बचाव के बाद अनिल और आर्यन घर से 200 मीटर दूर देशी शराब की दुकान के पास शराब पीने चले गए और फोन करके भटहट निवासी शारीम पुत्र औरंगजेब व परसौना निवासी हरिओम यादव को बुला लिया। चारों मिलकर अर्जुन किराने की दुकान के पास बहादुर का इंतजार करने लगे। कुछ ही देर में जब बहादुर अपने साले धर्मेंद्र के साथ बाइक से जाते दिखा तो आरोपितों ने मफलर में ईट-पत्थर भरकर बहादुर पर हमला कर दिया। बहनोई को पिटता देख धर्मेंद्र बीच बचाव करने लगा। जिस पर आरोपित धर्मेंद्र निषाद को बुरी तरह पीटने लगे और जमीन पर गिरते ही पास में पड़ी ईंट के बोल्डर से सिर कूच दिया। मरा समझ अनिल अपनी बुलेट छोड़ साथियों के साथ फरार हो गया। जिसके बाद शराब भट्टी के आसपास सन्नाटा पसर गया।
सूचना पर पहुंचे गुलरिहा थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया। देर रात धर्मेंद्र के पिता रामसजन की तहरीर पर गुलरिहा पुलिस ने अनिल निषाद और उसके तीन साथियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। रविवार को न्यायिक अभिरक्षा मे चारों आरोपितो को जेल भेज दिया गया। रविवार शाम को बीआरडी के आईसीयू में भर्ती धर्मेंद्र निषाद की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया।