आवेदन आए 423, ऋण दिया केवल 13 को
Prayagraj News - यूपी सरकार युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत ऋण देने का प्रयास कर रही है, लेकिन बैंकों द्वारा केवल 13 में से 423 आवेदनों को स्वीकृत किया गया। सीडीओ हर्षिका सिंह ने...

युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रदेश सरकार और प्रशासन लगातार मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत अधिक से अधिक लोगों को ऋण देने के लिए कह रहे हैं, लेकिन बैंक आवेदन आने के बाद ऋण स्वीकृत नहीं कर रहे हैं। मंगलवार को सीडीओ हर्षिका सिंह ने कलक्ट्रेट जन मिलन सभागार कक्ष में योजना की समीक्षा की तो योजना के समन्वयक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ही 423 आवेदनों में केवल 13 ऋण स्वीकृत किए थे। सभी बैंकों की स्थिति बेहद खराब पाई गई। सीडीओ ने बैंकर्स को अंतिम चेतावनी दी कि अनावश्यक न तो आवेदन निरस्त करें और न ही ऋण स्वीकृत करने में अधिक समय लगाएं।
स्थिति में सुधार न होने पर कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा। बैंक ऑफ बड़ौदा ने 677 आवेदन के सापेक्ष 150, बैंक ऑफ इंडिया ने 58 आवेदन के सापेक्ष 16, बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक ने 383 आवेदन के सापेक्ष 85, केनरा बैंक ने 31 आवेदन के सापेक्ष पांच, एचडीएफसी ने 137 आवेदन के सापेक्ष दो, इंडियन बैंक ने 127 आवेदन के सापेक्ष पांच, पीएनबी ने 174 के सापेक्ष 43, यूको बैंक ने 58 आवेदन के सापेक्ष 12, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 112 आवेदन के सापेक्ष 19 आवेदनों पर ऋण स्वीकृत किए हैं। इसी बात पर सीडीओ ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बैंक प्रबंधकों या प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी कि तत्काल स्थिति में सुधार करें।
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