कांग्रेस प्रदर्शन में प्रभात की मौत; पुलिस अपना गिरेबां बचाने के लिए लगा रही आरोप, अजय राय बरसे
यूपी में कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान युवा कांग्रेसी प्रभात पांडेय की मौत को लेकर पार्टी पर उठ रहे सवालों पर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की तरफ से सफाई आई है। प्रभात की मौत की जांच कर रही पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय में साक्ष्यों से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।
यूपी में कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान युवा कांग्रेसी प्रभात पांडेय की मौत को लेकर पार्टी पर उठ रहे सवालों पर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की तरफ से सफाई आई है। प्रभात की मौत की जांच कर रही पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय में साक्ष्यों से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। अजय राय ने इन आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक बताते हुए है उल्टे पुलिस वालों पर ही कई आरोप लगा दिए हैं। अजय राय ने कहा कि मैं खुद पुलिस द्वारा खड़ी की गई अड़चनों के बावजूद प्रभात की अंत्येष्टि में शामिल हुआ था।
अजय राय ने दोहराया कि शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे धरने में पुलिसिया बर्बरता के कारण ही मुझे और राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय समेत कई कार्यकर्ताओं को चोट पहुंची और प्रभात पांडेय की मौत हुई है। अजय राय ने कहा कि पुलिसिया बर्बरता के कारण प्रभात पाण्डेय की मृत्यु हुई है और पुलिस अपना गिरेबान बचाने के लिए और योगी सरकार इसे राजनैतिक रंग देने की मंशा से काम कर रही है।
अजय राय ने एक बयान में कहा कि मीडिया में चल रही खबरों से पता चला कि प्रभात पाण्डेय की मृत्यु की जांच कर रहे पुलिस दल ने कांग्रेस पार्टी पर साक्ष्यों से छेड़छाड का आरोप लगाया है जो नियाहत ही दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है। प्रभात पाण्डेय कांग्रेस परिवार के सदस्य थे। उनके आकास्मिक निधन का हमें गहरा अफसोस है।
कहा कि कांग्रेस पार्टी ने ही सबसे पहले उनकी मौत की जांच की मांग उठाई। प्रदेश सरकार से मुआवजे के रूप में 1 करोड़ रूपये व परिवार में एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की मांग की। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी की ओर 10 लाख रूपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया है।
अजय राय ने कहा कि हम घटना के पहले दिन से ही जांच में सहयोग कर रहे हैं और पुलिस द्वारा कही गई बातों को सही मान रहे हैं। घटना की मध्यरात्रि में पुलिस द्वारा घटना स्थल देखने की इच्छा जताई गई जिसे हमने तुरंत स्वीकार लिया गया। पुलिस ने रात में ही घटनास्थल का निरीक्षण किया और उसे सील करने की बात कही। हमने उनकी उस बात को भी स्वीकार किया।
अजय राय ने कहा कि घटना के दिन शाम को ही पुलिस पेनड्राइव में सीसीटीवी की सभी रिकॉर्डिंग ले जा चुकी थी। मगर उसके बाद भी उन्होंने रात्रि में डीबीआर ले जाने की इच्छा जताई और हमने सहयोग करते हुए उन्हें डीबीआर सौंप दिया।
अजय राय ने कहा कि कार्यालय और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जिनके बयान पुलिस लेना चाहती है हम उस प्रक्रिया में भी सहयोग कर रहे हैं। जबकि सच यह है कि कई ऐसे लोग जो घटना के समय मौजूद ही नहीं थे। उनके भी बयान पुलिस लेना चाहती है हमने उनकी इस बात को भी मानते हुए उनका सहयोग किया।
अजय राय ने कहा कि पुलिस मीडिया में जिस बात का झूठ फैला रही है कि उसका सच यह है कि प्रभात पाण्डेय बेहोशी की हालत में जहां मिले वहां टेन्ट हाउस से लाए हुए गद्दे बिछे थे। प्रभात को अस्पताल भेजने के बाद टेन्ट हाउस वाला आकर एक रूटीन प्रक्रिया के तहत अपने गद्दे लेकर चला गया। क्योंकि तब तक इस बात का इल्म नहीं था कि इस तरह का कोई हादसा हो जाएगा।
प्रभात पाण्डेय की मृत्यु की खबर मिलते ही हमने सभी चीजों को यथावत छोड़ दिया और पुलिस की जांच में पूरा सहयोग किया। कांग्रेस पार्टी कानून और संविधान में विश्वास रखने वाली पार्टी है। हम अपनी तरफ से पूरा सहयोग कर रहे हैं, मगर पुलिस योगी सरकार के दबाव में इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को राजनैतिक रंग देने की कोशिश कर रही है। अजय राय ने कहा कि साफ जाहिर है कि एक अधूरी जांच में जिस तरीके से मीडिया में जानबूझकर पुलिस बातों को प्रचारित कर रही है, वह किसी दबाव में काम कर रही है।