महाकुंभ जा रहे शख्स को स्टेशन पर आया हार्ट अटैक, जीआरपी-पीएसी कमांडेंट ने सीपीआर देकर बचाई जान
कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर जीआरपी प्रभारी और पीएसी कमांडेट एक परिवार के लिए देवदूत बन गए। परिवार के साथ महाकुंभ नहाने जा रहे शख्स को अचानक दिल का दौरा पड़ा और वह अचेत होकर गिर पड़े। इस बीच जीआरपी प्रभारी और पीएसी कमांडेंट दौड़ते हुए आए और शख्स को सीपीआर देना शुरू किया।
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कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर जीआरपी प्रभारी और पीएसी कमांडेट एक परिवार के लिए देवदूत बन गए। परिवार के साथ महाकुंभ नहाने जा रहे शख्स को अचानक दिल का दौरा पड़ा और वह अचेत होकर गिर पड़े। सांसें थमने लगीं तो परिजन चीखने-चिल्लाने लगे। इस बीच जीआरपी प्रभारी और पीएसी कमांडेंट दौड़ते हुए आए और शख्स को सीपीआर देना शुरू किया। छाती जोर-जोर से दबानी शुरू कर दी। रुमाल से नाक बंद कर मुंह से सांस देने लगे। थोड़ी ही देर में इसका असर दिखा और शख्स की सांसें लौटने लगीं।
शनिवार देर रात पौने दो बजे प्लेटफार्म नंबर चार पर महाकुंभ जाने के लिए संजय गांधीनगर नौबस्ता निवासी अनिल पहुंचे। उनके साथ परिवार के अभय, राहुल और अन्य लोग भी थे। ट्रेन के इंतजार के दौरान भीड़ में अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और वह लड़खड़ाते हुए गिर पड़े। जीआरपी और पीएसी जवानों ने बिना देर किए आसपास की जगह खाली कराई। हार्ट अटैक के चलते तात्कालिक चिकित्सा सहायता में देरी होती देख पीएसी प्लाटून कमांडर विशंभर, जीआरपी प्रभारी ओएन सिंह और अस्पताल कर्मी आशीष सरोज ने सीपीआर शुरू किया। 15-20 मिनट की मशक्कत के बाद अनिल को होश आ गया। इसके बाद परिवार के लोगों ने राहत की सांस ली। पूरा परिवार वापस नौबस्ता लौट गया। परिजनों ने जीआरपी व पीएसी जवानों का आभार जताया।
मेडिकल टीम बीच में फंसी रही
अचेत होकर गिरे युवक की सूचना सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर मेडिकल कैंप को दी गई थी। यहां से डॉक्टरों की टीम निकली लेकिन एक से चार नंबर के बीच भीड़ की वजह से फंसी रही। जब टीम पहुंची तो अनिल की तबीयत ठीक हो चुकी थी और वह घर जाने के लिए निकल रहे थे।
ये चीजें अपनाईं
छाती एक-एक मिनट के अंतराल से जोर-जोर से दबाई
नाक को कपड़े से बंद करके 30-30 सेकेंड मुंह में फूंका
हाथ और पैर को धीरे-धीरे सहलाना शुरू किया
गीले कपड़े से आंखों के ऊपर और माथे को पोछा
26 को बुजुर्ग को बचाया था
26 जनवरी को स्पेशल ट्रेन से उतरे बुजुर्ग भी इसी तरह भीड़ में हार्ट अटैक पड़ने के बाद अचेत होकर गिर गए थे, तब भी जीआरपी और पीएसी ने सीपीआर के जरिए उनकी जान बचा ली थी। वह भी कुंभ से नहाकर वापस लौटे थे।