MahaKumbh route jammed due to heavy crowd devotees forced to walk 10 to 12 km महाकुंभ में उमड़ा आस्था का सैलाब, भारी भीड़ से सड़क जाम, अखिलेश बोले- क्या श्रद्धालु इंसान नहीं?, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
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महाकुंभ में उमड़ा आस्था का सैलाब, भारी भीड़ से सड़क जाम, अखिलेश बोले- क्या श्रद्धालु इंसान नहीं?

महाकुंभ 2025 में अमृत स्नान पर्वों के बाद भी संगम में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्रयागराज आ रही है। रविवार को भी लगातार श्रद्धालुओं का जामवाड़ा लगा रहा। संगम घाट से लेकर पूरे मेला क्षेत्र में तिल रखने तक की जगह नहीं है।

Pawan Kumar Sharma लाइव हिन्दुस्तान, महाकुंभ नगरSun, 9 Feb 2025 06:54 PM
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महाकुंभ में उमड़ा आस्था का सैलाब, भारी भीड़ से सड़क जाम, अखिलेश बोले- क्या श्रद्धालु इंसान नहीं?

महाकुंभ 2025 में अमृत स्नान पर्वों के बाद भी संगम में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्रयागराज आ रही है। अब तक 42 करोड़ से अधिक लोगों ने पवित्र डुबकी लगा चुके हैं। महाकुंभ मेले में रविवार को भी दिनभर श्रद्धालुओं का जामवाड़ा लगा रहा। देश के कोने-कोने से श्रद्धालु डुबकी लगाने प्रयागराज पहुंचे। संगम घाट से लेकर पूरे मेला क्षेत्र में तिल रखने तक की जगह नहीं है। महाकुंभ भीड़ को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट किया।

प्रयागराज को जोड़ने वाले वाराणसी, जौनपुर, मिर्जापुर, कौशाम्बी और रीवां समेत सभी सातों मार्ग पर भीषण जाम की स्थिति बनी हुई है। जाम की वजह से पैदल चलने वालों को भी जगह नहीं मिल रही है। श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचने के लिए 10 से 12 किमी तक पैदल चलना पड़ रहा है। सवारी वाहन व शटल बस नहीं मिलने के कारण बुजुर्गों और महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर में बैरिकेड्स व सवारी वाहनों के अभाव में श्रद्धालुओं को 5-6 किमी तक पैदल चलना पड़ रहा है। वहीं मजबूरी का फायदा उठाकर सड़क पर बाइक चालक प्रति व्यक्ति मनमाना किराया वसूल रहे हैं।

भीड़ के दबाव में बंद हुए पीपा पुल

मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के अत्यधिक दबाव को देखते हुए सुबह से पीपा पुल से आवागमन बंद कर दिया गया। ताकि संगम नोज व मेला क्षेत्र में किसी एक जगह भीड़ का दबाव नहीं बढ़ सके। हालांकि इसके बावजूद श्रद्धालुओं का जनसैलाब देखने को मिला है। महाकुंभ परिसर में सभी ट्रैफिक प्लान पूरी तरह ध्वस्त हो गई है।

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भीड़ में फंसे श्रद्धालुओं के लिए तुरंत हो आपातकालीन व्यवस्था

महाकुंभ भीड़ को लेकर अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "प्रयागराज महाकुंभ में फxसे करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए तुरंत आपातकालीन व्यवस्था की जाए। हर तरफ से जाम में भूखे, प्यासे, बेहाल और थके तीर्थयात्रियों को मानवीय दृष्टि से देखा जाए। आम श्रद्धालु क्या इंसान नहीं है?"

सपा अध्यक्ष ने आगे लिखा, "प्रयागराज में प्रवेश के लिए लखनऊ की तरफ़ 30 किमी पहले से ही नवाबगंज में जाम, रीवा रोड की तरफ़ से गौहनिया में 16 किमी पहले से जाम और वाराणसी की तरफ़ से 12 से 15 किमी के जाम के व ट्रेन के इंजन तक में भीड़ के प्रवेश कर जाने के समाचार हर जगह प्रकाशित हो रहे हैं। आम जन जीवन दूभर हो गया है। यूपी सरकार असफल हो चुकी है। वो अहंकार से भरे झूठे विज्ञापन में ही दिख रही है लेकिन सच में ज़मीन पर नदारद है।"

अधिकांश पार्किंग हुई फुल

प्रशासन की ओर से प्रयागराज को जोड़ने वाले सभी सातों प्रमुख मार्गों पर पहले 102 पार्किंग स्थल बनाए गए थे। हालांकि तीनों अमृत स्नान पर्व के बाद इसे घटा कर 36 पार्किंग स्थल कर दिया गया है। इधर, वसंती पंचमी के बाद भी श्रद्धालुओं के भीड़ का दबाव लगातार बढ़ने से अधिकांश पार्किंग स्थल फुल हो गए हैं। इससे सड़कों पर वाहनों का रेला लगने से जाम की स्थिति बनी हुई है।

समीपवर्ती जिलों से तालमेल की कमी

प्रयागराज में आने वाले वाहनों को बार्डर से पहले ही रोकने की कोई ठोस कार्ययोजना नहीं बनाई गई है। इससे वाहनों का रेला लगातार बढ़ता जा रहा है। सूत्रों की मानें तो प्रशासन व पुलिस की समीपवर्ती जिलों से तालमेल में भारी कमी की वजह से परेशानी बढ़ने लगी है। जब स्थिति कठिन होने पर समीपवर्ती जिलों के प्रशासन को वाहनों को रोकने की सूचना प्रसारित की जा रही है।

भौगोलिक स्थिति से वाकिफ नहीं जवान

महाकुम्भ मेला सहित प्रयागराज जिले में जगह-जगह यातायात व सुरक्षा की दृष्टि से बाहरी पुलिस व पीएसी के अलावा अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। कई श्रद्धालुओं ने बताया कि अधिकांश जवानों को भौगोलिक स्थिति की सही जानकारी तक नहीं है। जवानों से पूछने पर बस एक ही बात कही जा रही है कि धीरे-धीरे बढ़ते जाइए। जबकि मेला प्रशासन की ओर ट्रेनिंग में जानकारी देने का दावा किया गया था।

पहले से सूचना नहीं हो रही प्रसारित

सड़कों पर फंसे श्रद्धालुओं को पहले से कोई सूचना प्रसारित नहीं की जा रही है। श्रद्धालुओं को सही रास्ता बताने के लिए हाईवे पर जगह-जगह संकेतांक की कमी है। लोग सिर्फ एक-दूसरे के पीछे चलते हुए आगे बढ़ रहे हैं। जब भीड़ ज्यादा हो जा रही है, तब बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया जा रहा है। यदि समय से पूर्व ही स्थिति को नियंत्रित किया जाए, तो हालात बेकाबू नहीं होंगे।

वीवीआईपी प्रोट्रोकॉल की वजह से फजीहत

महाकुम्भ मेला में प्रतिदिन कोई न कोई वीवीआईपी का आगमन हो रहा है। वीवीआईपी की फ्लीट को रवाना करने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई गई हैं। इसका सीधा असर प्रयागराज शहर में भी साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। हाल ही में अधिवक्ताओं की पुलिस से कहासुनी व मारपीट तक हो चुकी हैं। इसके बावजूद हालात में कोई सुधार नहीं हो रहा है।