Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Outer Ring Road scam CBI is looking for evidence in NHAI documents contractors will also be questioned

आउटर रिंग रोड घोटाला: NHAI के दस्तावेजों में सबूत तलाश रही CBI, ठेकेदारों से भी होगी पूछताछ

आउटर रिंग रोड के निर्माण में हुए घोटाले के मामले में सीबीआई एनएचएआई के दस्तावेज खंगाल कर साक्ष्य जुटा रही है। इन फाइलों में कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं जो जांच में मजबूत आधार बनेंगे। इसके अलावा रडार पर आए लखनऊ और कानपुर के कई ठेकेदारों से भी पूछताछ होगी।

Pawan Kumar Sharma हिन्दुस्तान, लखनऊMon, 2 Dec 2024 05:20 AM
share Share
Follow Us on

सीबीआई आउटर रिंग रोड के निर्माण में हुए घोटाले के मामले में एनएचएआई के दस्तावेज खंगाल कर साक्ष्य जुटा रही है। इन फाइलों में कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं जो सीबीआई की जांच में मजबूत आधार बनेंगे। सूत्रों का कहना है कि सीबीआई कुछ और तथ्यों की पुष्टि होने के बाद इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लेगी। इसके बाद ही रडार पर आये लखनऊ और कानपुर के कई ठेकेदारों से भी पूछताछ होगी।

पूछताछ के लिए कई ठेकेदार चिह्नित

आउटर रिंग रोड के निर्माण में घोटाला उजागर होने पर सीबीआई ने इसका स्वत: संज्ञान ले लिया था। सीबीआई ने एनएचएआई के कई दस्तावेज जब्त करने के बाद मौके पर जाकर निर्माण को भी देखा था। सीबीआई के साथ टेक्नीशियन भी थे जो निर्माण में प्रयुक्त सामग्री की गुणवत्ता की जांच भी करते रहे। यहां का निर्माण कार्य गुड़गांव की गावर कंस्ट्रक्शन कम्पनी को दिया था। यह सड़क कुछ समय में ही उखड़ने लगी थी।

सूत्रों का कहना है कि सीबीआई को भी अपनी प्राथमिक जांच में कई अनियमितताएं नजर आ गई है। एनएचएआई के कार्यालय से जब्त किए गए दस्तावेजों और लैपटाप से मिली जानकारियों से सीबीआई को कई गड़बड़ियां मिली है। इस आधार पर जांच आगे बढ़ी तो सीबीआई को लखनऊ और कानपुर के कई ठेकेदारों व इंजीनियरों की मिलीभगत का पता चला। इसी आधार पर सीबीआई ने कुछ ठेकेदारों व कर्मचारियों को पूछताछ करने के लिए चिन्हित किया है। जल्दी ही इन्हें सीबीआई नोटिस भेजेगी।

ये भी पढ़ें:आउटर रिंग रोड घोटाले की जांच में जुटी सीबीआई, NHAI से जब्त किए दस्तावेज

तथ्यों के आधार पर साक्ष्य जुटा रही

सीबीआई अब तक की जांच में मिले तथ्यों की पुष्टि के लिए साक्ष्य जुटा रही है। इसके लिए अभी उसकी जांच एनएचएआई के कार्यालय से जब्त दस्तावेजों में ही हो रही है। इन फाइलों से ही गड़बड़ी के बारे में पता किया जा रहा है। बताया जाता है कि ठेकेदार और इंजीनियरों के बीच मिलीभगत से ही सड़क निर्माण में गुणवत्ता खराब की गई। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि जल्दी ही इस मामले में सीबीआई लखनऊ और कानपुर में दर्ज एफआईआर के आधार पर ही अपने यहां भी कुछ कर्मचारियों व ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करेगी। एफआईआर दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू होगी और सीबीआई कई लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजेगी।

अगला लेखऐप पर पढ़ें