आउटर रिंग रोड घोटाले की जांच में जुटी सीबीआई, NHAI से जब्त किए दस्तावेज
सीबीआई ने आउटर आउटर रिंग रोड के निर्माण में घोटाले के मामले की जांच शुरू कर दी है । सीबीआई ने घोटाला सामने आने पर स्वत संज्ञान लिया है। दरअसल दो दिन पहले एक टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण भी किया है।
सीबीआई ने आउटर रिंग रोड के निर्माण में घोटाले के मामले की जांच शुरू कर दी है । सीबीआई ने घोटाला सामने आने पर स्वत संज्ञान लिया है। दो दिन पहले सीबीआई की एक टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण भी किया है। जांच एजेंसी जल्द ही मामले में एनएचएआई के अफसरों से पूछताछ भी करेगी।
सीबीआई ने एनएचएआई कार्यालय से इस प्रोजेक्ट से जुड़े जरूरी दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं। आउटर रिंग रोड के निर्माण का टेंडर गुजरात की सद्भाव इंजीनियरिंग कंपनी को मिला था। कंपनी तय समय में काम पूरा नहीं कर पाई। इस पर एनएचएआई ने 14 सितंबर 2022 को एग्रीमेंट समाप्त कर गुड़गांव की गावर कंस्ट्रक्शन को काम दे दिया। सद्भाव, गावर व एनएचएआई के बीच ट्राईपैड एग्रीमेंट होने के बाद सड़क बनी थी लेकिन कुछ महीने में ही सड़क उखड़ने लगी थी। इसके बाद ही सड़क निर्माण में अनियमितताओं का खुलासा हुआ।
जांच एजेंसी ने एनएचएआई के कार्यालय में छानबीन की
कुछ दिन पहले सीबीआई की एक टीम विभूतिखंड स्थित एनएचएआई कार्यालय पहुंची थी। टीम में दिल्ली व लखनऊ ऑफिस के आठ लोग थे। आठ हजार करोड़ की लागत से बनने वाली इस सड़क घोटाले के केस में कुछ समय पूर्र्व कोर्ट के आदेश पर कानपुर व गोमतीनगर में एफआईआर दर्ज हुई थी। मामले में सीबीआई ठेकेदारों की भूमिका की भी जांच कर रही है। उनसे भी पूछताछ की जाएगी।