हमारे आदर्श बाबर अकबर नहीं, ख्वाजा गरीब नवाज, मौलाना शहाबुद्दीन का सीएम योगी को जवाब
मौलाना शहाबुद्दीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा विधानसभा में दिए गए बयान को लेकर प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने कहा कि हमारे आदर्श बाबर-अकबर नहीं बल्कि ख्वाजा गरीब नवाज और आला हजरत हैं। मौजूदा हालात में कौम के उलेमा और परिवार के लोगों को चिंतन करने की जरूरत है।
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा विधानसभा में दिए गए बयान को लेकर प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने कहा कि हमारे आदर्श बाबर-अकबर नहीं बल्कि ख्वाजा गरीब नवाज और आला हजरत हैं। मौजूदा हालात में कौम के उलेमा और परिवार के लोगों को चिंतन करने की जरूरत है। कौन सी ऐसी परिस्थितियां आ गई है कि मुख्यमंत्री ये कह रहे हैं। उन्होंने कहा है कि मुस्लिम बहुल इलाके या धार्मिक स्थल के सामने से दूसरे धर्म की शोभा यात्रा क्यूं नहीं निकल सकती है।
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि कुछ लोग बादशाह रहे बाबर और अकबर का नाम लेकर कौम को इनकी औलाद कहकर बुलाते हैं। उन लोगों को बताना चहता हूं कि हमारी कौम बाबर व अकबर का पैरोकार नहीं है और न ही इन मुस्लिम बादशाहों को अपना धर्म गुरु या रहनुमा मानता है। मुसलमानों के आइडल ख्वाजा गरीब नवाज और आला हजरत है। बोले- अगर किसी नौजवान से कोई गलती हो गई तो उस गलती को पूरी कौम पर थोप दिया जाता है, जबकि इस तरह की गलतियां हर समुदाय में रहने वाले किसी न किसी व्यक्ति से हो जाती है।
हर धर्म के जुलूस निकलते रहे हैं और आगे भी निकलेंगे
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि भारत में सदियों से सभी धर्मों के लोग अमन व शांति के साथ रहते आए हैं। हर धर्म के जुलूस निकलते रहे हैं और भाविष्य में भी निकलते रहेंगे। दोनों समुदाय का आपस में अटूट रिश्ता है जो सदियों से चला आ रहा है। कुछ भारत विरोधी विदेशी ताकतें देश को कमजोर करना चाहती है।