महाकुंभ में तैनात अफसरों को सेक्टर तक नहीं पता, लखनऊ से पहुंचे अफसरों ने पकड़ीं खामियां
मौनी अमावस्या के हादसे के बाद शासन की ओर से महाकुम्भ के लिए नियुक्त किए गए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष आशीष गोयल और राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने शुक्रवार को मेला पुलिस लाइन में अफसरों की कार्यशाला कराई।
मौनी अमावस्या के हादसे के बाद शासन की ओर से महाकुम्भ के लिए नियुक्त किए गए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष आशीष गोयल और राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने शुक्रवार को मेला पुलिस लाइन में अफसरों की कार्यशाला कराई। ट्रैफिक प्लान पर सेक्टर मजिस्ट्रेट और सीओ की संयुक्त कार्यशाला के बाद संयुक्त हस्ताक्षर भी कराए। इस हिदायत के साथ कि आगे ट्रैफिक प्लान में अगर कोई खामी होती है तो दोनों अधिकारियों की संयुक्त जिम्मेदारी तय होगी।
महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के हादसे के बाद शासन ने 2019 कुंभ में तैनात रहे इन दोनों अफसरों को प्रयागराज भेजा है। इनका पहला फोकस यातायात प्रबंधन पर रहा। यातायात प्रबंधन पर हुई कार्यशाला में खामियां भी मिलीं। कई अफसरों को सेक्टर के बारे में पूरी जानकारी ही नहीं थी तो कई को यह तक नहीं पता था कि अगर कोई विकट स्थिति आ जाए तो उन्हें खुद से कैसे और क्या निर्णय लेना है। इन्हें समझाया गया कि किस स्थिति में क्या किया जाए।
शनिवार से शुरू करें वसंत स्नान की तैयारी
कार्यशाला में बताया गया कि वसंत पंचमी का स्नान दो फरवरी से ही शुरू हो जाएगा। सभी सम्बंधित अधिकारी एक फरवरी से ही यह मान कर तैयारी कर लें कि भारी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। जिन मार्गों पर भीड़ अत्यधिक होने की संभावना है अथवा पूर्व स्नान पर्वों में अत्यधिक भीड़ थी उनका आकलन कर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित कराएं। वरिष्ठ अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि शासन की मंशा के श्रद्धालुओं से सदव्यवहार करें और अगर कोई माहौल बिगाड़ने की कोशिश करता है तो उससे सख्ती से निपटें।
श्रद्धालुओं को सभी घाटों पर स्नान के लिए करें प्रेरित
निर्देश दिया कि अपने-अपने सेक्टरों में जहां भी साइनेज की कमी है, उसका आकलन कर तुरंत लगवा लें। श्रद्धालुओं को सभी घाटों पर स्नान करने के लिए प्रेरित करें, जिससे कि किसी एक घाट पर अत्यधिक दबाव न आए। इस दौरान सफाई की कमी भी सामने आई। जिस पर राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने अफसरों को काफी देर तक समझाया कि कैसे और क्या करना है। कार्यशाला में एडीजी जोन भानु भास्कर, पुलिस आयुक्त तरुण गाबा, पुलिस महानिरीक्षक प्रेम गौतम, मेलाधिकारी विजय किरन आनंद, एमडी यूपीएसआरटीसी मासूम अली सर्वर आदि मौजूद रहे।