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संभल में हिरासत में मौत से आक्रोश, लोगों ने घेरी पुलिस चौकी, टार्चर करने का आरोप

यूपी के संभल में अब पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। लोगों ने चौकी घेर ली और जमकर हंगामा किया। पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की तो नोकझोंक हुई। हिरासत में मरे व्यक्ति के परिजनों ने पुलिस पर टार्चर करने का आरोप लगाया।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानMon, 20 Jan 2025 06:49 PM
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संभल में हिरासत में मौत से आक्रोश, लोगों ने घेरी पुलिस चौकी, टार्चर करने का आरोप

यूपी के संभल में अब पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। लोगों ने चौकी घेर ली और जमकर हंगामा किया। पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की तो नोकझोंक हुई। हिरासत में मरे व्यक्ति के परिजनों ने पुलिस पर टार्चर करने का आरोप लगाया। पुलिस उसे लेनदेन के एक मामले में पूछताछ के लिए चौकी लायी थी। घटना की जानकारी मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक श्रीशचंद्र व सीओ कुलदीप कुमार मौके पर पहुंचे। परिजनों को समझाबुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

थानाक्षेत्र में शहर के मोहल्ला हातिम सराय निवासी शफीक बेगम के घर में संपत्ति बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। उसका बेटा अरकान आए दिन मारपीट करता था। ऐसे में शफीक बेगम ने परिवार के ही खग्गू सराय परियों वाला मंदिर निवासी इरफान को बुलाकर समझौता कराया। इरफान को गवाह बनाकर उसने अरकान को छह लाख रुपये दे दिए, लेकिन उसके बाद भी वह घर छोड़कर नहीं गया और सोमवार सुबह को भी शफीक बेगम के साथ मारपीट की।

शफीक बेगम ने रायसत्ती पुलिस चौकी पहुंचकर गवाह इरफान के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया। चौकी से पुलिस पहुंची और इरफान को घर से उठाकर चौकी पर ले गई। यहां उसकी हालत खराब हुई और मौत हो गई। पुलिस चौकी में इरफान की मौत की जानकारी परिवार के लोगों को मिली तो आक्रोश फैल गया। दर्जनों लोगों के साथ परिजनों ने पुलिस चौकी में पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिसकर्मियों पर टार्चर करने का आरोप लगाते हुए नोंकझोंक की।

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पर‍िजनों ने आरोप लगाया कि एक दिन पहले ही उसका ऑपरेशन हुआ था। पुलिस वालों ने उसे दवा भई नहीं खाने दी। जबरन पकड़कर चौकी ले आए। घटना की जानकारी मिलने पर अपर पुलिस अधीक्षक श्रीशचंद्र और सीओ ने कुछ संभ्रांत लोगों के साथ आक्रोशित लोगों को समझाकर मामला शांत किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

पुल‍िसकर्मि‍यों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग

इरफान के परिजनों ने मांग की कि जो चार पुलिसकर्मी उन्हें उठाकर लाए थे, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए। इरफान पल्लेदारी का काम करता था और वह हार्ट का भी मरीज था। उसकी पत्नी रेशमा ने बताया कि एक दिन पहले ही इरफान की नाक का ऑपरेशन हुआ था। मुरादाबाद के अस्पताल से रात ही घर आए थे। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है। इरफान के खिलाफ उसकी ताई ने छह लाख रुपये के लेनदेन को लेकर एक तहरीर दी थी। उसी संबंध में पुलिस पूछताछ के लिए लाई थी।

एसपी बोले, हार्ट अटैक से मौत

एसपी कृष्ण विश्नोई ने बताया कि सुबह साढ़े 11 बजे के आसपास एक सफीक बेगम नामक महिला ने पुलिस चौकी पर प्रार्थना पत्र दिया कि उसका बेटा प्रतिदिन उसके साथ मारपीट करता है। घर में उसका जो हिस्सा है वह छह लाख रुपए इरफान के माध्यम से दे दिए गए हैं। इसके बाद भी वह न तो पैसे लौटा रहा है और न ही घर छोड़कर जा रहा है। इसी प्रार्थना पत्र को लेकर इरफान को पुलिस चौकी पर लाया गया। इसके बाद उसने बताया कि दवा खानी है। उसे दवा खाने दी गई थी। इसके बाद उसने चेस्ट पेन की शिकायत की।

इस पर उसे उसके बेटे के साथ चौकी से ही अस्पताल जाने दिया गया। वहां हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई। इसके बाद शव को पुलिस चौकी पर ले आया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मौत का कारण पता चल सकेगा। हालांकि प्रथमदृष्टया हृदय गति रुकने से ही मौत की आशंका है। जो आरोप लगाया जा रहा है कि दवा नहीं खाने दी गई। चौकी में सीसीटीवी भी लगे हुए हैं। उन्हें दवा खाने दिया गया था।

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