एआई और बेसिक कोडिंग सीखेंगे परिषदीय स्कूलों में बच्चे
Mau News - मऊ में बेसिक स्कूलों के कक्षा छह से आठ के विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा का लाभ जल्द ही मिलेगा। नई शिक्षा नीति के तहत कोडिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पाठ्यक्रम में शामिल किए जाएंगे। छात्रों को डिजिटल...

मऊ। बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा छह से आठ के विद्यार्थियों को अब डिजिटल शिक्षा का लाभ जल्द ही मिलेगा। इसके लिए शासन की ओर से प्रयास किए गए है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ताओं को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के हिस्से के रूप में कक्षा छह से आठ के पाठ्यक्रम में कोडिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को शामिल करने का निर्णय लिया है। यह कदम एआई, मशीन लर्निंग और डेटा साइंस में भविष्य के करियर के लिए छात्रों को तैयार करने में गणित और कम्प्यूटेशनल सोच के महत्व को पहचानता है। एनईपी 2020 के तहत, प्रारंभिक शिक्षा में एआई और अन्य विषयों जैसे कोडिंग, वित्तीय साक्षरता और डेटा विज्ञान को पेश किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, कक्षा छह के छात्रों को उचित चिकित्सा भंडारण के बारे में पढ़ाया जाएगा, जबकि कक्षा आठ के छात्र डेटा विज्ञान के बारे में सीखेंगे। छात्रों के बीच कौशल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एआई को शामिल किया गया है। माइक्रोसॉफ्ट छात्रों के लिए एआई और कोडिंग में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोडिंग पाठ्यक्रम की रचना करेगा। कोडिंग और एआई में युवा व्यक्तियों को शिक्षित करना रचनात्मकता को बढ़ावा देगा, समस्या सुलझाने की क्षमताओं को विकसित करेगा, और उन्हें भविष्य के करियर के लिए तैयार करेगा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ताओं को इसके लिए प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। तीन माह का प्रशिक्षण प्रवक्ताओं को दिलाया जाएगा। 442 उच्च प्राथमिक विद्यालय है संचालित मऊ। जिले में 442 परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। छठवीं से आठवीं कक्षा में अभी विज्ञान विषय में ही कंप्यूटर की पढ़ाई होती थी। जिसमें विस्तृत नहीं था। इस सत्र में विद्यार्थियों के लिए विस्तृत पाठ्यक्रम है। सरकार की तरफ से डिजिटल शिक्षा और ऑनलाइन शिक्षा को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। बच्चे भी मोबाइल के जरिए पढ़ाई को पसंद कर रहे हैं, लेकिन अब परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को कोडिंग सिखाने की कवायद तेज हो गई है। यह रहेगी प्रक्रिया - छात्रों को डिजिटल शिक्षा देने के लिए डायट प्रवक्ता की होगी ट्रेनिंग - तीन माह की एससीआरटी द्वारा ट्रेनिंग लेने के बाद स्कूलों में होगा लागू - कक्षा 6-8 के पाठ्यक्रम में डिजिटल साक्षरता को शामिल किया गया - जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के दो-दो प्रवक्ताओं को दिया जाएगा प्रशिक्षण - डिजिटल शिक्षा के लिए आईआईआईटी और आईआईएम से मिला सहयोग कंप्यूटर संबंधी टॉपिक पाठ्यक्रम में शामिल बच्चों को डिजिटल शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कंप्यूटर संबंधी टॉपिक को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। इसके तहत नए शिक्षा सत्र में परिषदीय विद्यालयों के कक्षा छह, सात और आठ के बच्चों को एआई, कोडिंग, माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, माइक्रोसॉफ्ट पेंट, इंटरनेट, नेटवर्किंग जैसे विषयों की भी जानकारी दी जाएगी। -संतोष कुमार उपाध्याय, बीएसए मऊ।
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