जय श्रीराम बोलने की मिली सजा! प्रबंधक ने दसवीं के छात्र को स्कूल से निकाला, हिंदू संगठनों ने काटा बवा
- चित्रकूट से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक स्कूल में धार्मिक भेदभाव पर हिंदूवादी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। आरोप लगाया गया कि एक छात्र को जय श्रीराम बोलने पर परीक्षा में बैठने से रोक दिया गया।
यूपी के चित्रकूट से एक हैरान कर देने वाला मामला सामनेा आया है। जहां मुख्यालय के समीप बेड़ीपुडिया-शिवरामपुर के बीच हाईवे किनारे संचालित एक स्कूल में धार्मिक भेदभाव पर हिंदूवादी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। आरोप लगाया गया कि एक छात्र को जय श्रीराम बोलने पर परीक्षा में बैठने से रोक दिया गया।
जिले के एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान में कक्षा दस में पढ़ रहे छात्र हर्ष पांडेय को स्कूल प्रबंधन ने क्लास से बाहर कर दिया और उसे परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया। आरोप है कि ऐसा जय श्रीराम बोलने पर किया गया। इस पर छात्र के पिता ने पीआरवी को बुला लिया। कुछ ही देर में पुलिस के पहुंचने पर छात्र को परीक्षा में बैठाया गया। इधर, मामले की जानकारी मिलते ही विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता स्कूल पहुंच गए। कार्यकर्ताओं ने जय श्रीराम के नारे लगाते हुए स्कूल कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया।
इसके बाद प्रबंधन से बातचीत की। काफी देर तक दोनों पक्षों में बहस भी हुई। बाद में जब प्रबंधन की ओर से इसके लिए माफी मांगी गई तो मामला शांत हुआ। जिला मंत्री नीरज केशरवानी ने प्रबंधन को चेतवानी दी कि अगर दोबारा ऐसी घटना हुई है तो बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस दौरान जिला संयोजक अंकित सिंह, एबीवीपी के रोहित पांडेय, जिला संयोजक तेज प्रकाश, अमन पांडेय मौजूद रहे।