बोले मैनपुरी: सड़क पर छोटी सी लापरवाही जीवन पर पड़ जाती है भारी
Mainpuri News - मैनपुरी। मैनपुरी जैसे छोटे शहर में एक माह में 50 से अधिक सड़क हादसे हो और उसमें 37 लोगों की जान चली जाए तो यह बात भले ही चर्चा का विषय न बनती हो लेकिन
मैनपुरी जैसे छोटे शहर में एक माह में 50 से अधिक सड़क हादसे हो और उसमें 37 लोगों की जान चली जाए तो यह बात भले ही चर्चा का विषय न बनती हो लेकिन यह 100 फीसदी सच है। सड़क हादसों में जिन लोगों की मौत हो रही है उनके परिवार पूरी तरह से बिखरते चले जा रहे हैं। लोगों को पता है कि बिना हेलमेट बाइक चलाना, ओवर स्पीड वाहन और वाहन चलाते समय फोन पर बात करना खतरनाक है। इसके बाद भी लोग लापरवाही करते हैं। हादसों से बचने के लिए नियमों का पालन करना ही नहीं चाहते। पुलिस जब चालान काटती है तो उत्पीड़न का आरोप लगाते है।
हल्ला करने वालों को यह समझना होगा कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन सिर्फ उनके लिए ही नहीं बल्कि उन लोगों के लिए भी हैं जो सड़क पर आवागमन करते हैं। आदर्श राष्ट्रीय इंटर कॉलेज से जुड़े शिक्षक और शिक्षिकाओं ने हिन्दुस्तान के बोले मैनपुरी संवाद के दौरान सड़क सुरक्षा के नियमों पर अपनी बात रखी और कहा कि नियमों का पालन करने से सफर खूबसूरत बनेगा और जान का खतरा भी नहीं रहेगा। बात शहर की हो या कस्बा या फिर ग्रामीण क्षेत्र की।
हर जगह सड़क हादसे पिछले कुछ वर्षों में अधिक बढ़ गए हैं। अब सवाल यह है कि इन सड़क हादसों को रोका कैसे जाए। लोग अक्सर सड़क हादसे होने पर चर्चा करते हैं कि हेलमेट या सीट बेल्ट लगी होती तो शायद वाहन चालक की जान बच सकती थी। या फिर वाहन को ओवर स्पीड नहीं चलाना चाहिए। बाइक पर तीन सवारी लेकर नहीं जाना चाहिए। इस तरह की चर्चाएं कुछ देर में ही थम जाती हैं और बाइक सवार नियम तोड़ते नजर आने लगते है।
संवाद के दौरान शिक्षक और शिक्षिकाओं ने कहा की सड़कों पर नो पार्किंग जोन विकसित करने की बड़ी जरूरत है। ट्रैफिक के बीच नो पार्किंग स्थलों पर वाहन खड़े हो तो वहां हर रोज नियमित चेकिंग हो और वाहनों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके अलावा ओवर स्पीड, शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। जो लोग बाइक पर तीन सवारी लेकर चलें या फिर जिनके पास हेलमेट न हो उनके वाहन सीज कर दिए जाएं। शिक्षिकाओं ने कहा कि महिला वाहन चालकों के साथ भी रियायत न हो। नियम तोड़ने पर उनके खिलाफ भी एक्शन लिए जाने की आवश्यकता है। इस बात पर भी जोर दिया गया कि स्कूलों में बड़ी कक्षाओं के बच्चों को सड़क सुरक्षा के नियमों के प्रति सेमिनार के आयोजन के जरिए जागरूकता फैलाई जाए।
इसके अलावा हर महीने स्कूलों में सड़क सुरक्षा की कार्यशाला का आयोजन किया जाए। अतिक्रमण ओर जाम के चलते सर्वाधिक परेशानी कचहरी रोड पर भी लोगों को हो रही है। इस रोड पर नर्सिंग होम, ऑटो पार्ट्स की अधिक दुकानें हैं। इन सभी के सामने फुटपाथ पर सामान रखा जाता है। जिससे अतिक्रमण होता है और जाम लग जाता है। सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिए यहां कई बार जागरूकता अभियान भी चलाए गए। मगर हर बार अभियान कुछ घंटे में ही दम तोड़ते हुए नजर आते हैं। लोग सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करें। यह बात कई बार बताई जा चुकी है। मगर हमेशा की तरह हर बार जागरूकता की आवाज दम तोड़ देती है।
क्या कहना है इनका…
सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने की जिम्मेदारी सबकी है। नगर के लोग एक दूसरे पर नियमों का पालन करने की जिम्मेदारी टाल देते हैं। यही सड़क हादसों की सबसे बड़ी वजह है। इसलिए बाइक पर हेलमेट लगाए और बाइक या अन्य वाहन को ओवरस्पीड में बिल्कुल न चलाएं। सावधानी सुरक्षा का सबसे बड़ा हथियार है।
-डा. अशोक यादव, प्रबंधक
सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिए सिर्फ प्रशासन के भरोसे रहना बिल्कुल उचित नहीं है। प्रशासन का काम लोगों को सड़क सुरक्षा के नियमों के प्रति जागरूक करने का है। हम सड़क पर यातायात के नियमों का पालन करेंगे तो सुरक्षित रहेंगे और दूसरों को भी सुरक्षित रहने का मौका देंगे।
-किरन सोजिया, प्रधानाचार्य
सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा। धीमी रफ्तार चलेंगे तो सुरक्षित घर पहुंचेंगे। इस तरह के स्लोगन अक्सर लोगों को बताए जाते हैं। मगर लोगों की समझ में बिल्कुल नहीं आते। वाहन चलाते समय लोग नियमों का पालन न करके हादसे कराते हैं।
-प्रदीप यादव
सुरक्षा के नियमों का पालन करने से हादसों को रोका जा सकता है। इसके लिए पब्लिक और पुलिस को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। सुरक्षित सफर के लिए जागरूक बनेंगे तो हादसे बिल्कुल रोके जा सकते हैं।
-राजीव गंगवार
जनपद में जितने भी ब्लैक स्पॉट है वहां हादसे अधिक हो रहे हैं। इसके अलावा कुछ नए ब्लैक स्पॉट भी हादसे करा रहे हैं। इसलिए इन ब्लैक स्पॉट को खत्म करने का काम लोक निर्माण विभाग को करना चाहिए। ताकि हादसे न हों।
-अर्पणा
उन ट्रैक्टर चालकों पर जरूर कार्रवाई होनी चाहिए, जिनके पास फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं है और जो ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं रखते। मनमानी करके सड़क पर ट्रैक्टर चलाते हैं। जिससे हादसे होते हैं। हमें मिलकर हादसों को रोकना होगा।
-निकिता
मैनपुरी करहल मार्ग पर कीरतपुर पुलिस चौकी के निकट जो बरनाहल रोड है। वहां अक्सर हादसे हो रहे हैं। यहां सड़क सुरक्षा के संकेताक लगाने की आवश्यकता है। यहां स्पीड ब्रेकर लगाकर हादसे रोकने की पहल होनी चाहिए।
-मुकेश यादव
कुरावली से लेकर नवीगंज तक कम से कम एक दर्जन ब्लैक स्पॉट है। इन ब्लैक स्पॉट पर हादसे रोकने के लिए परिवहन विभाग हो या यातायात विभाग। किसी ने कोई प्रयास नहीं किया है। जिससे हादसों में लोगों की जान जा रही है।
-कृष्टि पी जोशिफ
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