Madhau City Faces Severe Infrastructure Issues Residents Demand Basic Amenities बोले मैनपुरी: मधाऊ के माथे से कब हटेगा दुर्दशा और अनदेखी का दाग, Mainpuri Hindi News - Hindustan
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बोले मैनपुरी: मधाऊ के माथे से कब हटेगा दुर्दशा और अनदेखी का दाग

Mainpuri News - मैनपुरी। मधाऊ शहर का प्रमुख हिस्सा बन चुका है। इस इलाके में शहर जैसी सुविधाएं फिर भी नहीं है।

Newswrap हिन्दुस्तान, मैनपुरीSun, 18 May 2025 07:27 PM
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बोले मैनपुरी: मधाऊ के माथे से कब हटेगा दुर्दशा और अनदेखी का दाग

मधाऊ शहर का प्रमुख हिस्सा बन चुका है। इस इलाके में शहर जैसी सुविधाएं फिर भी नहीं है। यही वजह है कि यहां के लोग शहर का हिस्सा होने के बाद भी गांव जैसी बदहाली का सामना कर रहे हैं। बिजली, पानी, प्रकाश, सड़कों की व्यवस्था के दृष्टिगत यहां हालात गांव से भी खराब है। दर्जनों सड़कें कच्ची हैं। यहां के लोग इन सड़कों के पक्का होने का इंतजार कर रहे हैं। सफाई व्यवस्था रामभरोसे है। गंदगी के जगह-जगह ढेर लगे हुए हैं। नगर पालिका प्रशासन इस इलाके के विकास के लिए बजट की कमी का रोना रोता है। नगर पालिका के बार्ड 14 के रूप में पहचान रखने वाला मधाऊ का इलाका गर्मी के मौसम में पानी की समस्या का सामना करता है।

यहां के लोग बूंद-बूंद पानी की तलाश में परेशान रहते हैं। यहां जो इंडियामार्का के हैंडपंप पहले लगे हुए थे, वह पानी देना छोड़ चुके हैं। कुछ हैंडपंप ऐसे हैं जिन्हें रीबोर कराकर पानी का इंतजाम कराया जा सकता है। मगर पालिका प्रशासन इन हैंडपंपों को रीबोर नहीं करा रहा। शहर में जगह-जगह पालिका ने वाटर एटीएम लगाए हैं, लेकिन इस इलाके में वाटर एटीएम की व्यवस्था नहीं की गई है। इसके अलावा यहां कच्ची सड़कें लोगों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत हैं। पालिका का हिस्सा होने के बाद भी यहां के लोग कच्ची सड़कों पर आवागमन करते हैं। बरसात के दिनों में इन सड़कों पर आवागमन मुश्किलों से भर जाता है। पानी भरने पर पता नहीं चलता कि कहा नीचा और कहां ऊंचा। इसके कारण हादसे होते हैं। यहां के निवासी रवि, आलोक, शेखर, रामपाल, दीपू, बृजेश आदि का कहना है कि वार्ड सभासद और पालिका प्रशासन मिलकर इस इलाके के विकास का प्लान तैयार करें और यहां मूलभूत आवश्यकताओं की व्यवस्था कराई जाए। ताकि यहां के लोग भी सरकार से मिलने वाली सुख और सुविधाओं का लाभ उठा सके। यह तभी संभव होगा जब पालिका प्रशासन यहां सर्वे कराएगा और यहां जो भी समस्याएं हैं उनका समाधान किया जाएगा। बोले लोग नगरपालिका के वार्ड न. 14 में आधा दर्जन से गांव शामिल हैं। जिनकी कुल आबादी 10 हजार से अधिक है। इस बार 3 हजार मतदाताओं ने मतदान करते विकास की उम्मीद जताई थी। नगरपालिका ने उनके मनमुताबिक कार्य नहीं कराया, जिससे वह नाराज हैं। श्रीपाल यादव, सभासद बरसात के मौसम में ग्राम खीजा में आधा दर्जन ऐसे मार्ग हैं। यह मार्ग अत्याधिक कच्चे हैं जिससे जरा सी बारिश होने पर मार्ग दलदल हो जाता है। और लोग परेशान होते हैं। बारिश से पहले इन मार्गों का निर्माण करा दिया जाए। -रनवीर सिंह वार्ड में बना सार्वजनिक शौचालय इन दिनों बदहाल हो चुका है। सार्वजनिक शौचालय के सभी दरवाजे टूटे पड़े हैं। पानी की व्यवस्था नहीं है। ग्रामीणों ने इसकी कई बार शिकायत की लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। -चंद्रपाल नगला दौलत, खीजा, अंगदपुर, गिहार बस्ती सहित अन्य स्थानों पर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। अगर स्वास्थ्य विभाग यहां कैंप की व्यवस्था कर दे यहां के बाशिंदे स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले सकते हैं। -सुदेश श्रीवास्तव पीएम आवास योजना भी यहां गरीबों को छत नहीं उपलब्ध करा पाई। बीते दो साल के कार्यकाल में एक भी गरीब को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। नए आवेदन आना शुरू हुए हैं। प्रशासन अपनी जल्द कार्रवाई कर उन्हें आवेदन दिलाए। -रामलखन वार्ड के अंदर सफाई व्यवस्था दम तोड़ रही हैं तो वहीं संचारी रोगों की रोकथाम के लिए वार्ड में एंटीलार्वा का छिड़काव की जरूरत है लेकिन नहीं कराया जा रहा है। जिससे मच्छर व कीड़े पनप रहे हैं और लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। -संतोष भीषण गर्मी में पेयजल व्यवस्था को लेकर वार्ड के अंदर पांच वाटरकूलर सार्वजनिक स्थानों पर लगा दिए जाएं। वाटर कूलर लगेंगे तो स्थानीय लोगों व राहगीरों को पीने का पानी आसानी से उपलब्ध हो जाएगी। इसे प्राथमिकता पर रखा जाए। -रामू वार्ड में प्रकाश व्यवस्था चरमरा गई है। सिधिंया तिराहे सहित सभी मुख्य मार्गों पर लगी स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं। पूरे वार्ड में 100 लाइटों की आवश्यकता हैं। अगर इन लाइटों के लिए बजट जारी हो जाए तो वार्ड में रात के अंधेरे से दूर किया जा सकता है। -नावेंद्र पूरे वार्ड के अंदर जलभराव की समस्या कई वर्षों से चली आ रही है। जिससे निपटने के लिए पालिका कोई इंतजाम नहीं कर रही है। पांच नाले ऐसे हैं जिनका निकासी का कोई इंतजाम नहीं है। जिससे जगह-जगह पानी भरा रहता है। -कोतवाल

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