Government Initiatives for Rural Development Hampered by Illegal Occupation in Ataharana Village बोले मैनपुरी: मेरे गांव की डगरिया पर माफिया का कब्जा, बताइए कैसे चलें रास्ता, Mainpuri Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsMainpuri NewsGovernment Initiatives for Rural Development Hampered by Illegal Occupation in Ataharana Village

बोले मैनपुरी: मेरे गांव की डगरिया पर माफिया का कब्जा, बताइए कैसे चलें रास्ता

Mainpuri News - मैनपुरी। ग्रामीण विकास के लिए सरकार ने पिछले कई सालों से खजाना खोल रखा है। सड़के बनाई जा रही हैं। नाले, नालियों का निर्माण कराया जा रहा है।

Newswrap हिन्दुस्तान, मैनपुरीThu, 15 May 2025 11:49 PM
share Share
Follow Us on
बोले मैनपुरी: मेरे गांव की डगरिया पर माफिया का कब्जा, बताइए कैसे चलें रास्ता

ग्रामीण विकास के लिए सरकार ने पिछले कई सालों से खजाना खोल रखा है। सड़के बनाई जा रही हैं। नाले, नालियों का निर्माण कराया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों, गलियों को रोशन करने के लिए सौर ऊर्जा से संचालित प्रकाश व्यवस्था का इंतजाम भी हो रहा है। गरीबों के लिए चल रही योजनाओं का लाभ गरीबों तक पहुंचे, इसके लिए सरकारी मशीनरी काम कर रही है। बावजूद इसके जनपद की ग्राम पंचायत अटा हरना का हाल बेहाल है। इस गांव में चक रोड पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। जिससे ग्रामीणों को खेतों तक आवागमन करने में परेशानी हो रही है।

दो दिन पूर्व ग्रामीण कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन भी कर चुके हैं। मगर तहसील प्रशासन या कोई और अधिकारी ग्रामीणों की इस समस्या का समाधान नहीं कर रहा। हिन्दुस्तान के बोले संवाद के दौरान ग्रामीणों ने गांव की बदहाली की कहानी बताई और कहा कि गांव में बरसात के दिनों में बेहद खराब हालात पैदा हो जाते हैं। ग्राम पंचायत सचिव गांव में नहीं आता। जिससे ग्रामीण स्थानीय समस्याएं निस्तारित करने के लिए दर-दर भटकते हैं। ग्राम पंचायत अटा हरना के ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए डीएम से इस बात की गुहार लगाई की ग्राम पंचायत में पिछले चार वर्षो में जो भी बजट आवंटित किया गया है उसकी जांच कराई जाए। इसके अलावा ग्राम पंचायत की सरकारी जमीनों पर जिन लोगों ने कब्जे कर रखे हैं, उन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए और सरकारी जमीनों को खाली कराया जाए। ग्राम का जो चकमार्ग है उसे पर भी कब्जा हो गया है। ग्रामीण आवागमन के लिए परेशान है। तहसील प्रशासन इस मार्ग को खाली कराने के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। जबकि ग्रामीण एसडीएम को भी इस संबंध में बता चुके हैं। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि जलनिकासी का इंतजाम न होने से गांव में जलभराव रहता है। गांव में जो पंचायत का सफाई कर्मचारी है वह सफाई करने नहीं आता। जिससे गांव में जगह-जगह गंदगी की ढेर लगे हुए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में बारातघर निर्माण करने के लिए भी प्रस्ताव दिया गया। लेकिन इस प्रस्ताव पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्राम पंचायत के मजरा नगला महाराम की हालत तो बहुत खराब है। यहां विकास कार्य नहीं कराए गए हैं। जिससे ग्रामीण बदहाली का जीवन जी रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि गांव में प्रशासनिक अधिकारियों का कैंप लगाकर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाए। ताकि यहां के लोग भी बिजली, पानी, सड़क, सुरक्षा, स्वास्थ्य और पंचायती राज से जुड़ी विभिन्न योजनाओं का लाभ उठा सके। बोले लोग घिरोल तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत अटाहरैना के गांव नगला महाराम में चकरोड पर अवैध कब्जे को हटाने को लेकर मुख्यमंत्री से लेकर डीएम तक शिकायत की गई लेकिन कोई भी कब्जा हटवाने को तैयार नहीं है। -आलोक कुमार, ग्राम प्रधान घिरोर तहसील पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। तत्कालीन एसडीएम ने आश्वासन दिया था कि 2 से तीन दिन में चकरोड पर कब्जा हटा दिया जाएगा। एक माह से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन चकरोड से कब्जा नहीं हटवाया गया। -नेमा सिंह राजस्व विभाग के लेखपाल व तहसीलदार सहित राजस्व कर्मियों पर ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। शिकायत पर टीम आती है और नापतोल कर चली जाती है। आखिर कब्जा क्यों नहीं हट रहा यह प्रशासन पर सवाल खड़ा कर रहा है। -योगेश गांव के रहने वाले लोगों द्वारा चकरोड को लेकर ग्रामीणों से आए दिन मारपीट जैसी घटनाएं होती है। पुलिस आती है और समझौता कराकर चली जाती है। किसी भी दिन कोई बड़ी घटना घट सकती है। कब्जा हटवाना अति आवश्यक है। -ममता देवी चकरोड के किनारे मंदिर का निर्माण भी हो चुका है। मंदिर बना तो ग्रामीणों ने कोई विरोध नहीं जताया था। अब मंदिर का मुख्य गेट का निर्माण कार्य होना है। जो चकरोड की भूमि पर होगा। जिसका ग्रामीण अब विरोध कर रहे हैं। -लता गांव के कुछ दबंगो ने चकमार्ग के किनारे कोठरी बनाकर कब्जा कर रखा है। जिसमें नलकूप लगा रखा है। इन कोठरी का चकरोड की आधे से ज्यादा जगह पर कब्जा है। जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। -प्रमिला देवी चुनाव के दौरान नेतागण गांव में बड़े बड़े वादे करके चले जाते हैं। कोई भी लौट कर नहीं आता है और न ही प्रतिनिधि इनकी सुनने वाला है। मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर न्याय की उम्मीद लगाई है कि अब कार्रवाई होगी। -सुरेंद्र ऑनलाइन शिकायत में नायब तहसीलदार और लेखपाल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जब कोई कार्रवाई होती है तो ग्रामीण मौके पर नहीं पहुंचते हैं। जिससे टीम आकर लौट जाती है और अपनी मनमानी रिपोर्ट लगाते हैं। -रामखिलाड़ी

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।