अस्पताल में बाहर की दवाईयां लिखी तो डॉक्टरों की खैर नहीं
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि मरीजों को उच्च कोटि की चिकित्सा व्यवस्था दी जाए। उन्होंने कैंसर यूनिट के जल्द शुरू होने की जानकारी दी और दवाईयों की कमी न होने के निर्देश दिए।...
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने विभागीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों से साफ कह दिया कि मरीजों को उच्च कोटि की चिकित्सा व्यवस्था दी जाए। किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने जिला चिकित्सालय स्थित कैंसर यूनिट के जल्द शुरू होने की जानकारी देते हुए निर्देश दिए कि स्वास्थ्य केंद्रों, आयुष्मान आरोग्य केंद्रों में दवाईयों की कमी न रहे। एंटी रैबीज, एंटी वेनम हमेशा अस्पताल में रहें। रविवार को करहल के गेस्ट हाउस में समीक्षा के दौरान डिप्टी सीएम को बताया गया कि जननी सुरक्षा योजना के वार्षिक लक्ष्य 23929 के सापेक्ष जुलाई तक 5455 संस्थागत प्रसव कराए गए हैं, 5184 प्रसूताओं को योजना का लाभ दिया जा चुका है। आशाओं ने 4553 प्रसव कराए। इसके सापेक्ष 4476 आशाओं को मानदेय दे दिया गया है। डिप्टी सीएम ने कहा कि संस्थागत प्रसव के लिए लोगों को जागरुक करें। गर्भवती महिलाओं को ही अस्पताल में ही ऑपरेशन की व्यवस्था दी जाए। एफआरयू की प्रगति अपेक्षित करने के निर्देश दिए गए।
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