श्वेतांक भारद्वाज के प्रस्ताव को मिली राष्ट्रीय मान्यता
Lakhimpur-khiri News - लखीमपुर के युवराजदत्त महाविद्यालय के संस्कृत विभागाध्यक्ष श्वेतांक भारद्वाज का प्रस्ताव भारतीय दार्शनिक अनुसन्धान परिषद ने मंजूर किया है। यह सेमिनार आदि शंकराचार्य के दर्शन की उपादेयता पर आधारित होगा।...

लखीमपुर। युवराजदत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संस्कृत विभागाध्यक्ष एवं सहायक प्रोफेसर श्वेतांक भारद्वाज द्वारा प्रस्तुत एक दिवसीय सेमिनार प्रस्ताव को भारतीय दार्शनिक अनुसन्धान परिषद नई दिल्ली द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। उनका प्रस्ताव वर्तमान भारतीय दार्शनिक एवं आध्यात्मिक परम्परा में आदि शंकराचार्य के दर्शन की उपादेयता विषय पर आधारित है। प्राचार्य डॉ हेमंत पाल ने बताया कि भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद द्वारा देशभर से आमंत्रित सैकड़ों प्रस्तावों में से चुने गए विशिष्ट प्रस्तावों में युवराजदत्त महाविद्यालय का यह प्रस्ताव शामिल होना, संस्थान की शैक्षणिक गुणवत्ता का प्रमाण है। प्रस्तावित सेमिनार शीघ्र ही महाविद्यालय परिसर में आयोजित किया जाएगा। जिसकी विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी।
उन्होंने बताया कि महाविद्यालय के प्रोफेसर श्वेतांक भारद्वाज पूर्व में भी भारतीय संविधान के संस्कृत अनुवाद में अपनी सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।
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