पहली बार नहीं है, जस्टिस शेखर यादव की टिप्पणियों पर पहले भी विवाद हुए हैं
- इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर यादव के बयान पर विवाद के सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कपिल सिब्बल ने महाभियोग चलाने की मांग की है। जस्टिस यादव इससे पहले भी कोर्ट में अपनी टिप्पणियों की वजह से चर्चा में रहे हैं।
प्रयागराज में विश्व हिन्दू परिषद के एक कार्यक्रम में ‘कठमुल्ला’ को देश के लिए घातक बताने और बहुसंख्यकों के हिसाब से देश चलने का बयान देकर विवाद में आए हाईकोर्ट जज जस्टिस शेखर यादव पहले भी केस की सुनवाई और फैसलों के दौरान अपनी टिप्पणियों के लिए चर्चा में रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस शेखर यादव के भाषण के वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट से पूरी जानकारी तलब की है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और सांसद कपिल सिब्बल ने जस्टिस शेखर यादव के खिलाफ महाभियोग चलाकर उन्हें पद से हटाने की मांग की है।
जस्टिस शेखर यादव ने अक्टूबर 2021 में एक जमानत केस पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार से अपील की थी कि वो कानून बनाकर भगवान राम, भगवान कृष्ण, रामायण, महाभारत, भागवद गीता और अन्य को सम्मानित करे। उन्होंने राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद जमीन विवाद के फैसले का हवाला देते हुए कहा था कि सर्वोच्च न्यायालय का फैसला राम में विश्वास रखने वालों के पक्ष में था।
जस्टिस शेखर यादव की नौकरी पर भी संकट, महाभियोग लाने की तैयारी में विपक्षी सांसद
सितंबर 2021 में गौकशी कानून के तहत गिरफ्तार एक आरोपी की जमानत अर्जी खारिज करते हुए जस्टिस शेखर यादव ने केंद्र सरकार को गाय की सुरक्षा को मौलिक अधिकार में शामिल करने की सलाह दी थी और गाय को नुकसान पहुंचाने वालों को दंडित करने के लिए कड़ा कानून बनाने की वकालत की थी। उन्होंने कहा था कि गाय भारतीय संस्कृति का हिस्सा है और इसे राष्ट्रीय पुश घोषिथ कर देना चाहिए।
जस्टिस शेखर यादव के बयान के बारे में सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से जानकारी मांगा
जुलाई 2021 में एक महिला का जबरन धर्मांतरण करके उसे इस्लाम धर्म कबूल करवाने के केस के मुख्य आरोपी की बेल पिटिशन को खारिज करते हुए जस्टिस शेखर यादव ने कहा था कि देश में धार्मिक कट्टरता, लालच और भय की जगह नहीं है। अगर बहुसंख्यक समाज का कोई आदमी अपमानित होकर किसी और धर्म को अपनाता है तो देश कमजोर होता है और विध्वंसकारी ताकतें इसका फायदा उठा सकती हैं।
कठमुल्ला देश के दुश्मन, बहुसंख्यकों के हिसाब से चलेंगे; कौन हैं ऐसा बोलने वाले जस्टिस एसके यादव
जस्टिस यादव का बयान वायरल होने के बाद एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने जजों के लिए सुप्रीम कोर्ट की आचार संहिता का संबंधित अंश शेयर करके कहा था कि देश संविधान से चलेगा, ना कि बहुसंख्यकों के हिसाब से। आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने यादव की शिकायत राष्ट्रपति से की थी और कहा था कि न्यायाधीश का धर्म केवल न्याय होना चाहिए, न कि किसी समुदाय के प्रति पूर्वाग्रह।