महाकुंभ भगदड़ की न्यायिक जांच शुरू, आयोग के सदस्य आज करेंगे मौके पर छानबीन, सरकार को देंगे सुझाव
- प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ की न्यायिक आयोग की जांच शुरू हो गई। आयोग शुक्रवार को घटना स्थल पर जाकर सभी तथ्यों की छानबीन करेगा। घटना के कारणों की जांच के साथ रिपोर्ट में सरकार को भविष्य में ऐसे आयोजनों की दृष्टि से सुझाव भी देगा।
प्रयागराज महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के मौके पर हुई भगदड़ के कारणों की पड़ताल के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग जांच शुरू कर दी है। आयोग के सदस्य शुक्रवार को प्रयागराज जाकर मौके पर छानबीन करेंगे। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गुरुवार को मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार ने महाकुम्भ नगर पहुंचकर संगम नोज पर हुई भगदड़ के हालात समझे और अस्पताल पहुंचकर हादसे में घायल हुए श्रद्धालुओं का कुशलक्षेम पूछा।
न्यायिक जांच आयोग के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हर्ष कुमार समेत दोनों सदस्यों पूर्व डीजी वीके गुप्ता और पूर्व आईएएस डीके सिंह ने गुरुवार को लखनऊ के जनपथ स्थित कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत की।
आयोग अध्यक्ष न्यायमूर्ति हर्ष कुमार ने बताया, क्योंकि जांच को प्राथमिकता के आधार पर लिया जाना है इसलिए हमने घोषणा के कुछ ही घंटों में कार्यभार संभाल लिया है। हमारे पास एक महीने का समय है, फिर भी हम जांच तेजी से पूरी करने की कोशिश करेंगे। आयोग शुक्रवार को घटना स्थल पर जाकर सभी तथ्यों की छानबीन करेगा। घटना के कारणों की जांच के साथ रिपोर्ट में सरकार को भविष्य में ऐसे आयोजनों की दृष्टि से सुझाव भी देगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच को तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग बनाया था।आयोग को अपने गठन के एक महीने के अंदर मामले की जांच रिपोर्ट देनी होगी।
एक आईएएस, चार पीसीएस अफसरों की तैनाती
सरकार ने महाकुंभ की व्यवस्था बेहतर करने के लिए एक आईएएस,चार पीसीएस अधिकारियों की तैनाती की है। ये अधिकारी 15 फरवरी तक प्रयागराज में रहकर व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाएंगे। आईएएस अफसर खाद्य-रसद विभाग के विशेष सचिव अतुल सिंह, पीसीएस अफसरों में युवा कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक अशोक कुमार, कानपुर के एडीएम (नागरिक आपूर्ति) आशुतोष दुबे, हरदोई के एडीएम (न्यायिक) प्रफुल्ल त्रिपाठी, बस्ती के एडीएम (वित्त एवं राजस्व) प्रतिपाल चौहान को लगाया गया है। इसके पहले बुधवार को आईएएस अधिकारी आशीष गोयल, भानु गोस्वामी को लगाया गया था। वहीं, महाकुम्भ में सहयोग के लिए लगाए दोनों अफसर डॉ. आशीष गोयल, भानु चंद्र गोस्वामी भी पहुंच गए।
18 पीपा पुल खोले गए
संगम नोज पर आने-जाने के मार्ग अलग कर मेला क्षेत्र में नो-व्हीकल जोन लागू किया है। वीवीआईपी पास भी चार फरवरी तक के लिए रद्द कर दिए गए हैं। 30 में 18 पीपा पुल भी खोल दिए गए हैं।
योगी लगातार 48 घंटे से व्यवस्था पर रख रहे नजर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार 48 घंटे से व्यवस्था, सुरक्षा इंतजाम पर नजर बनाए हैं। गुरुवार भी उन्होंने पल-पल की जानकारी लेकर निर्देश दिए। इसके बाद मुख्य सचिव, डीजीपी ने इंतजामों की समीक्षा की और जांच आयोग ने काम शुरू कर दिया। उन्होंने आसपास के जिलों को जरूरी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव-डीजीपी ने घायलों का जाना हाल:
महाकुम्भ नगर पहुंचे मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार पहले झूंसी गए। वहां दोनों अफसरों ने बस अड्डा देखा और एरावत घाट का निरीक्षण किया। इसके बाद दोनों संगम नोज के खंभा नंबर 157 के पास पहुंचे, जहां भगदड़ मची थी। घटना कैसे हुई, इस बारे में जानकारी ली। डीएम महाकुम्भ विजय किरण आनंद ने उन्हें पूरी घटना के बारे में विस्तार से बताया। दोनों अफसर संगम नोज की निगरानी के लिए थोड़ी दूर पर बनाए वाच टॉवर पर गए और ऊपर से पूरे संगम नोज को देख व्यवस्था का जायजा लिया। यहां दोनों अफसर पर लगभग 20 मिनट तक रहे। इसके बाद दोनों अफसर आईट्रिपलसी पहुंचे और अफसरों के साथ बैठक कर वसंत पंचमी के स्नान को लेकर जरूरी निर्देश दिए।
घायलों और परिजनों से मुलाकात:
बैठक के बाद मुख्य सचिव, डीजीपी ने केंद्रीय अस्पताल की व्यवस्था देखी। वहां से स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में घायल श्रद्धालुओं से कुशलक्षेम पूछा। दवा और इलाज कैसा चल रहा है, यह भी जाना