बच्चों को कार्टून और चित्रों के जरिए समझाया जाएगा चौरीचौरा का इतिहास
चौरीचौरा कांड के इतिहास से बच्चों को परिचित कराने के लिए शताब्दी महोत्सव के तहत कामिक्स सरीखी पुस्तकें भी प्रकाशित की जाएगी। इसमें इतिहास के तथ्यों को कार्टून एवं चित्रों के माध्यम से समझाया...
चौरीचौरा कांड के इतिहास से बच्चों को परिचित कराने के लिए शताब्दी महोत्सव के तहत कामिक्स सरीखी पुस्तकें भी प्रकाशित की जाएगी। इसमें इतिहास के तथ्यों को कार्टून एवं चित्रों के माध्यम से समझाया जाएगा।
चौरीचौरा कांड के शताब्दी समारोह के तहत पूरे साल चलने वाले कार्यक्रमों से बच्चों को जोड़ने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए स्कूलों में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी और इन प्रतियोगिताओं के जरिए उन्हें इस इतिहास से परिचित कराया जाएगा। तथ्यों पर शोध के लिए एडीएम सिटी के नेतृत्व में कमेटी गठित की है। इसमें संस्कृति विभाग के उपनिदेशक डा. मनोज कुमार गौतम व पर्यटन अधिकारी को भी शामिल किया गया है। चौरीचौरा कांड से जुड़े मुकदमे का आदेश भी निकलवाया जा रहा है ताकि वास्तविक तथ्य पता चल सके।
डीएम के. विजयेन्द्र पाण्डियन ने बताया कि तीन तरह की किताबों का प्रकाशन किया जाएगा। एक प्राथमिक व जूनियर तक के बच्चों के लिए होगी। दूसरी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट स्तर तक के बच्चों के लिए भी किताब छपेगी। तीसरे प्रकार की किताब स्नातक स्तर के छात्रों व प्रतियोगी छात्रों के लिए होगी। इसमें पूरे कांड को विस्तार से दिया जाएगा। बताया कि चौरीचौरा कांड से जुड़े तथ्यों से संबंधित सबूतों को एकत्रित कर किताब तैयार की जाएगी। तीन तरह की किताब छापने की योजना है। इसमें बच्चों के लिए अलग से किताब बनेगी।
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