घर लौट गए प्रवासी पक्षी, मल में तलाश रहे वायरस के निशान
Gorakhpur News - बर्ड फ्लू का आतंक 35 जगह से लिए गए बीट के सैंपल, पांच वन्य जीवों

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) में बर्ड फ्लू के प्रसार के कारणों की अब तक पहचान नहीं हो सकी। माना जा रहा है कि चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू के वायरस को प्रवासी पक्षी लेकर आए। अब जांच टीम प्रवासी पक्षियों के बीट (मल) में वायरस के निशान ढूंढ रही है। इसके लिए चिड़ियाघर में अलग-अलग 35 जगह से पक्षियों के मल के नमूने लिए गए। इनमें पांच नमूने वन्यजीवों के बाड़े से भी लिए गए हैं। चिड़ियाघर रामगढ़ ताल से सटे स्थित है। इस क्षेत्र में सर्दियों के साथ ही प्रवासी पक्षियों का भी आगमन होता है।
ये पक्षी अप्रैल के मध्य तक वापस अपने घर लौट जाते हैं। माना जा रहा है कि इन्हीं पक्षियों के एक समूह में बर्ड फ्लू वायरस मौजूद रहा होगा। वे खुद बीमार नहीं हुए, लेकिन उनके संपर्क में आने वाले दूसरे पक्षी बीमार हो गए होंगे। पक्षी विशेषज्ञ ने बताया कि बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षी के मल में भी वायरस मौजूद रहता है। आमतौर पर वन्य जीव के पंजों में मल लग जाता हैं। आराम करने के दौरान बाघ, शेर, तेंदुए जैसे जानवर अपने पंजों को जीभ से चाटते हैं। इसी दौरान वह वायरस के संक्रमण में आ जाते हैं। भोपाल भेजा गया नमूना बताया जा रहा है कि गुरुवार को 35 जगह से नमूने लिए गए। जिसमें से 10 नमूने वेटलैंड एरिया से लिए गए। पांच नमूने अलग-अलग बाड़ों से लिए गए। इन्हें जांच के लिए भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च पशु रोग चिकित्सा संस्थान में भेजा गया है। उप निदेशक एवं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि बीट सूख जाने पर वायरस मृत हो जाता है। इस वजह से गीले बीट के नमूने को कोल्ड चेन मेन्टेन कर भेजा गया गया। प्रवासी पक्षियों के संपर्क में आए थे कौआ बताया जाता है कि प्रवासी पक्षियों के संपर्क में आने से कौअे भी संक्रमित हो गए थे। कौओं के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है। बीते तीन दिनों में चार कौआ मृत मिले हैं। सूत्रों की माने पिछले दिनों से सफाईकर्मियों को कुछ पक्षी मृत मिले थे। उनकी संख्या इक्का-दुक्का होने से इस पर किसी का ध्यान नहीं गया। बाघिन की मौत के बाद जू के कर्मचारी अलर्ट हुए। तब तक संक्रमण का प्रसार हो चुका था। चार तरह के जानवरों के मीट का सैंपल भेजा आईवीआरआई चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू संक्रमण को देखते हुए जानवरों को दिए जाने वाले मीट की भी जांच होगी। चिड़ियाघर प्रशासन ने शुक्रवार को चार तरह के जानवरों के मीट का सैंपल इंडियन वेटनेरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आईवीआरआई), बरेली भेजा है। इसमें पड़वा, बकरा, मुर्गा और खरगोश शामिल है। प निदेशक एवं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि रिपोर्ट आने पर स्थिति स्पष्ट होगी। उधर, चिड़ियाघर में बाघिन शक्ति की बर्ड फ्लू से मौत के बाद हड़कंप मचा हुआ है। चिड़ियाघर को 20 मई तक दर्शकों के लिए बंद कर दिया गया है। साथ ही सभी बाड़ों को पूरी तरह सैनिटाइज किया जा रहा है। जानवरों को नाइटसेल से बाहर नहीं निकाला जा रहा है। 80 से अधिक पक्षियों का लिया सैंपल, कल भेजा जाएगा बरेली गोरखपुर । बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए पशुपालन विभाग की टीम ने जिले की सभी 248 पोल्ट्री फार्म में सेनेटाइजेशन कराया है। इसके साथ ही शुक्रवार को विभिन्न पोल्ट्री फार्म से 80 से अधिक सैंपल लिया। रविवार को पशुपालन विभाग 200 से अधिक सैंपल जांच के लिए बरेली के भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) को भेजेगा। गुरुवार को 179 सैंपल जांच को भेजा गया था। जिसकी रिपोर्ट सोमवार तक आने की उम्मीद है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.धर्मेन्द्र पांडेय के निर्देश पर विभिन्न ब्लाक में सक्रिय रैपिड रिस्पांस टीम पोल्ट्री फार्म संचालकों को सेनेटाइजेशन के प्रति जागरूक कर रही है।
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