योगी के गोरखपुर में एक महीने के लिए खुलता है एक थाना, सात पुलिस चौकी भी, क्यों?
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में हर साल एक महीने के लिए एक पुलिस थाना और सात-सात पुलिस चौकियां बनाई जाती हैं। थानेदार से लेकर चौकी इंचार्ज तक की तैनाती होती है। वजह है मकर संक्रांति पर लगने वाला खिचड़ी मेला।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में एक ऐसा थाना है, जो हर साल सिर्फ एक माह के लिए खुलता है। इस थाने में थानेदार से लेकर दारोगा, दीवान और सिपाही तक की तैनाती होती है। सभी पुलिसकर्मी एक महीने तक पूरी शिद्दत से काम करते हैं। समय पूरा होते ही थाना खुद ही भंग हो जाता है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ थाना खुलता है, बल्कि सात पुलिस चौकियां भी खुलती हैं। इन चौकियों पर भी चौकी इंचार्ज से लेकर पूरा स्टाफ होता है। इस साल भी कवायद शुरू हो गई है। 8 जनवरी से नया थाना गोरखनाथ मंदिर परिसर में लगने वाले मकर संक्रांति मेले (खिचड़ी मेले) तक काम करने लगेगा। इसको लेकर पुलिस प्रशासन की तैयारी पूरी हो चुकी है।
दरअसल, गोरखनाथ मंदिर में हर साल मकर संक्रांति का मेला लगता है। यह मेला 14 जनवरी से शुरू होता है और एक महीने तक चलता है। इस दौरान गोरखनाथ बाबा को खिचड़ी चढ़ाने नेपाल, बिहार सहित पूर्वांचल के कई जिलों से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। भक्त गुरु गोरक्षनाथ को खिचड़ी चढ़ाकर पूजा करते हैं। इससे मंदिर परिसर में काफी भीड़ रहती है। बुढ़वा मंगल तक लोगों का तांता लगा रहता है। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस सजगता बरतती है। अतिरिक्त पुलिस फोर्स लगाकर थाना खोला जाता है।
हर जनपद से बुलाए जाते हैं पुलिसकर्मी
गोरखनाथ मंदिर में लगने वाले मेले में जोन के 11 जिलों से पुलिसकर्मी बुलाए जाते हैं। विभिन्न थानों में तैनात पुलिसकर्मी खुद भी मेले की ड्यूटी चाहते हैं। उनकी इच्छा रहती है कि एक महीने के लिए उनको तैनाती मिल जाए। इसलिए इस ड्यूटी के लिए पहले ही आवेदन मांग लिए जाते हैं। आवेदन के आधार पर सूची बनाकर गोरखनाथ मंदिर में तैनाती कर दी जाती है। उनको एक महीने के लिए बनने वाले थाने पर नियुक्त किया जाता है। हालांकि मंदिर की सुरक्षा में पहले ही स्थायी थाना और पुलिस चौकी है, लेकिन इस विशेष थाना की अहमियत अलग होती है।
इस थाने पर तैनात होने वाले पुलिस कर्मियों को मिलता है प्रशिक्षण
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 13 जनवरी से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगेगी। इसको देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से 8 जनवरी से ही एक महीने वाले थाना और पुलिस चौकियों को सक्रिय कर दिया जाएगा। इन जगहों पर तैनात पुलिसकर्मियों को बाकायदा प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि वह किसी भी आपात स्थिति से निपटने में कामयाब हो सकें। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि पुलिस फोर्स के आते होते ही तैनाती कर दी जाएगी। तैयारी पूरी कर ली गई है। सुरक्षा में कोई भी कसर नहीं रहेगी।