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‘सनातन धर्म अपनाते ही साथी करने लगे उत्‍पीड़न’, गोरखनाथ मंदिर में टॉवर पर चढ़ा नौशाद; CM से मिलाने की थी जिद

  • नौशाद के टॉवर पर चढ़ने की सूचना मिलते ही परिसर में मौजूद वरिष्‍ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्‍होंने समझा-बुझाकर किसी तरह नौशाद को नीचे उतारा। इसके बाद हुई पूछताछ में उसने बताया कि 6 साल पहले पत्‍नी के साथ सनातन धर्म अपनाने के बाद से उसके पुराने धर्म के साथी उत्‍पीड़न करने लगे।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, गोरखपुर। हिन्‍दुस्‍तानSat, 26 Oct 2024 12:39 PM
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यूपी के मैनपुरी से गोरखपुर आया नौशाद नाम का एक व्‍यक्ति शनिवार की सुबह अचानक गोरखनाथ मंदिर गेट के पास स्थित बीएसएनएल टॉवर पर चढ़ गया। उस समय सीएम योगी आदित्‍यनाथ मंदिर परिसर के अंदर महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के पास जनता दर्शन कार्यक्रम में थे। नौशाद के टॉवर पर चढ़ने की सूचना मिलते ही परिसर में मौजूद वरिष्‍ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्‍होंने समझा-बुझाकर किसी तरह नौशाद को नीचे उतारा। इसके बाद हुई पूछताछ में नौशाद ने बताया कि छह साल पहले पत्‍नी के साथ सनातन धर्म अपनाने के बाद से उसके पुराने धर्म के साथी उसका उत्‍पीड़न करने लगे। उन लोगों ने उसके ऊपर हत्या के प्रयास का झूठा केस तक दर्ज करा दिया। नौशाद ने कहा कि वह सीएम योगी से मिलकर अपनी फरियाद सुनाना चाह रहा था। वह अपने साथ एक शिकायती पत्र भी लाया था।

पत्र में नौशाद ने लिखा था कि छह साल पहले अपनी पत्नी के साथ उसने सनातन धर्म अपना लिया है। उसके बाद से ही उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। नौशाद का आरोप है कि उसके समाज के लोगों ने उसके ऊपर हत्या के प्रयास का झूठा केस दर्ज कराया है। इस मामले में वह जेल में भी रहा। वह मंदिर पर रहता है और मंदिर में सेवा और सफाई का काम करता है। वह खुद को हनुमान भक्त बताता है। उसने कहा कि उसके समाज के लोगों ने जलभर कर लाए कांवड़ को भी घर नहीं ले जाने दिया। मंदिर में ही कांवड़ के जल भी रखना पड़ा।

पहले भी चढ़ चुका है टॉवर पर

गोरखपुर पुलिस, मैनपुरी पुलिस से भी उसके बारे में बारे में जानकारी जुटा रही है। बताया जा रहा है कि इससे पहले मैनपुरी में भी वह दो बार टॉवर पर चढ़ चुका है। करहल में विजय दशमी के मौके पर रामलीला मैदान के पास दो साल पहले भी वह मोबाइल टॉवर पर चढ़ गया था। तब उसने शर्त रखी थी कि जब तक हिन्दू-मुस्लिम गले नहीं मिलेंगे तब तक वह नीचे नहीं उतरेगा। उस वक्त प्रशासन ने हिन्दू-मुस्लिम को बुलाकर गले मिलवाया था जिसके बाद वह नीचे उतरा था। उससे दो साल पहले भी वह टॉवर पर चढ़ा था और तब पत्नी के समझाने पर किसी तरह से नीचे उतरा था।

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