अमेठी:गोमती नदी के राजघाट पर जमा गंदगी का अंबार
सरकार की नमामि गंगे योजना गोमती नदी में विफल दिख रही है। राजघाट में गंदगी की मोटी परत जमा हो गई है जिससे जानवर फंस कर मर रहे हैं। दुर्गन्ध से आसपास के गांवों के लोगों का जीवन कठिन हो गया है। ग्रामीणों...
शुकुल बाजार। संवाददाता सरकार ने गंगाा व सहायक नदियों को स्वच्छ व अविरल बनाने के लिए नमामि गंगे योजना चलाया हुआ है। लेकिन विकास खंड क्षेत्र में गोमती नदी पर सरकार की योजना फेल दिख रही है। गोमती के राजघाट में गंगदी का अंबार जमा हुआ है। जानवर व जंगली पशु पक्षी इस गन्दगी मे फंसकर मौत का शिकार हो चुके हैं। जिसकी दुर्गन्ध से आस पास के गांवों के लोगों का जीवन दुश्वार हो गया है।
विकास खंड से होकर निकली आदि गंगा गोमती के मकदूमपुर ग्राम पंचायत के खिड़कीघाट गांव के पास स्थित राजघाट पर दूरदराज से आने वाली गन्दगी धीरे-धीरे लगभग पांच सौ मीटर की दूरी में पांच से छह फिट की मोटी लेयर में सैलाब के रूप में इकट्ठा हो गई है। जिससे नदी के किनारे गांव के पशु जब चरने जाते हैं तो उसी में धंस जाते हैं। ग्रामीणों के लाख प्रयास के बाद भी वह बाहर नहीं निकल पाते। पशु उसी सैलाब में मृत होकर सड़ जाते हैं। गांव के लोग बताते हैं कि इस गन्दगी के ढेर में फंसकर सैकड़ों जंगली जानवर व पशु पक्षी मृत हो चुके हैं। इस राजघाट से अयोध्या जिले के खण्डसा ब्लाक के साथ ही बहादुरपुर, अमानीगंज, सैदपुर सहित अन्य गांवों को आने जाने का नजदीकी व सीधा रास्ता है। यहां पर लोग नाव से ते जाते हैं। राजघाट के नाव के ठेकेदार रामबहादुर निषाद बताते हैं कि जब से यह सैलाब इकट्ठा होने लगा तब से हम लोगों को घाट से लगभग छह सौ मीटर दूर दूसरा घाट बना कर नाव चलानी पड़ रही है। प्रतिदिन 300 से 350 लोगों का आवागमन नदी के रास्ते से रहता है। लेकिन अब इस सैलाब में फंसे पशुओं व जीवों की सड़न से इतनी दुर्गन्ध हो रही है कि नाव चलाना मुश्किल हो रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से नदी के तट पर जमा गंदगी की सफाई कराए जाने की मांग की है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।