उपेक्षा का दंश झेल रहे करछना के अमृत सरोवर
Gangapar News - जिम्मेदारों द्धारा उपेछा का दंश झेल रहे अमृत सरोवर-कई अमृत सरोवरों में पानी नदारद,उगे घास-फूस-करछना।गांवों में स्थित तालाबों का अंलकरण और जीर्णोद्धार
गांवों में स्थित तालाबों का अंलकरण और जीर्णोद्धार करके अमृत सरोवर की रूपरेखा देने वाले सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है। कई अमृत सरोवर पानी की बाट जोह रहें हैं तो वहीं कई में घास-फूस और झाड़ियां उगी हैं। कुछ में बच्चों के लिए खेलने का मैदान बन गया है। जिम्मेदारों की उपेछा के चलते करछना के कई गांव में 2022-23 में बनाये गये कई अमृत सरोवरो का पुरसाहाल नही है। विकास खंड करछना में अमृत सरोवर के लिए कुल 52 तालाबों में अभी तक 30 तालाबों का अंलकरण कराया जा चुका है।लेकिन कुछ तालाबों को छोड़ दिया जाए तो अधिकत्तर तालाबों में पानी नही है।जिम्मेदार लोगों द्धारा पूर्व में आनन फानन में कुछ तालाबों के अलंकरण, खड़ंजा,लिपाई पुताई और पानी भराई का कार्य किया गया था।
किंतु व्यवस्था की ओर ध्यान न देने से झाडिया और घास-फूस उग आईं हैं।ऐसे अमृत सरोवरो के पास लोगों के सुबह शाम घूमने टहलने के बजाय बच्चे खेल का मैदान बना चुकें हैं। शुक्रवार को पड़ताल के दौरान करेहा स्थित अमृत सरोवर में पानी नही दिखा।बल्कि घनी घास फूस की झाड़ियां उगी हैं। जहां कुछ बच्चे खेलते दिखे। लाखों की लागत से वर्ष 2022-23 में उक्त तालाब का अंलकरण कराया गया था। साथ ही सीढिया, तालाब के किनारे पेड़ों के थाले और बैठने के लिए सेड भी बनाये गये थे।रंगाई पोताई के बाद तालाब का नजारा ही बदल गया था।
गांव के लोगों में भी तालाब की सफाई और अंलकरण को लेकर काफी उत्साह था।लेकिन वर्तमान में इसकी सुध लेने वाला कोई नही है।तालाब में पानी न होने की वजह पूछने पर ग्रामीण दिनेश कुमार सिंह उर्फ लल्लू ने बताया कि पूर्व में कई बार नहर के पानी से तालाब भरा जाता था।जहां गांव के कुछ लोगों द्धारा निर्माण कराये जाने से पानी का आगमन बाधित हुआ है। गांव के ही कन्हैया ने बताया कि ब्लाक से कुछ लोग बीते दिनों आये थे और तालाब में पानी भरवाये जाने की बात कही। इस बाबत बीडीओ चंदन देव पांडेय ने बताया कि जिन तालाबों में पानी नही है,उन्हे चिंहि्त कर जल्द पानी भरवाने की व्यवस्था की जाएगी।
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