Fraud in Firozabad Police Arrest Three for Job Scam Targeting Youth नौकरी के नाम पर वसूली में मास्टर माइंड समेत तीन जेल भेजे, Firozabad Hindi News - Hindustan
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नौकरी के नाम पर वसूली में मास्टर माइंड समेत तीन जेल भेजे

Firozabad News - फिरोजाबाद में पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से करोड़ों रुपये ठगने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मास्टर माइंड गंगादत्त और उसकी पत्नी ने गांव के जनसेवा केंद्र संचालक के साथ मिलकर...

Newswrap हिन्दुस्तान, फिरोजाबादSat, 14 June 2025 11:33 PM
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नौकरी के नाम पर वसूली में मास्टर माइंड समेत तीन जेल भेजे

फिरोजाबाद। फिरोजाबाद के आधा सैकड़ा युवाओं से पुलिस और अन्य सरकारी नौकरियों में भर्ती कराने के नाम पर होने वाली करोड़ों रुपये की वसूली में शातिर मास्टर माइंड समेत तीन को जेल भेजा है। थाना मक्खनपुर पुलिस ने गंगादत्त पुत्र चंद्रदत्त, उसके गांव की महिला मीरा देवी पत्नी प्रमोद कुमार, जनसेवा केंद्र चलाने वाले निक्कू उर्फ विजेंद्र श्रीवास्तव पुत्र योगेंद्र निवासीगण ऐरवा टिकटा थाना एरवा कटरा जिला औरैया को गिरफ्तार किया था। इनसे लगातार पूछताछ की गई जिसमें सामने आया कि गंगादत्त और उसकी पत्नी नीलम द्वारा रुपयों को कमाने के लिए युवाओं से ठगी का धंधा शुरू करने का मन बनाया।

इसके लिए सबसे पहले गांव में जनसेवा केंद्र चलाने वाले निक्कू उर्फ विजेंद्र को शामिल किया। उसके ही जनसेवा केंद्र पर पहुंचकर शातिर गंगादत्त युवाओं को थमाने के लिए प्रपत्रों को तैयार कराता था। खुद के रिश्तेदारों, गांव की मीरा देवी को बनाया माध्यम गंगादत्त को जब युवाओं से रुपया आने लगा तो इस काम के लिए लोगों को शामिल कर तेजी से युवाओं को फंसाने की तैयारी की। रिश्तेदारों के माध्यम से कई युवक युवतियों से 10 से 15 लाख की ठगी की। पुलिस के अनुसार गांव में ही रहने वाली मीरा देवी पत्नी प्रमोद कुमार जिसका मायका शिकोहाबाद में था। मीरा देवी से कहा कि वह रिश्तेदारों की नौकरी लगवा ले। मीरा देवी ने अरमराजट्ट और शिकोहाबाद के आसपास के कई रिश्तेदारों के रुपये जमा कराकर नौकरी के लिए आवेदन कराया लेकिन गंगादत्त ने सभी युवक-युवतियों के रुपयों को ऐंठ लिया और किसी को नौकरी नहीं मिली। जिन युवाओं के मीरा देवी के माध्यम से रुपये फंसे उनको लेकर गांव में पंचायत भी कराई लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। गंगादत्त ने रुपये लौटाने से इंकार कर दिया था। पुलिस ने मीरा देवी के पति को भी हिरासत में लिया था लेकिन संलिप्तता नहीं पाए जाने पर उसको थाने से छोड़ दिया। रुपयों के लालच में फंसा जनसेवा केंद्र संचालक विभिन्न सरकारी नौकरियों के नाम पर युवाओं से लाखों की ठगी करने में गंगादत्त ने गांव के जनसेवा केंद्र चलाने वाले निक्कू उर्फ विजेंद्र को अपने खेल में शामिल किया। रुपये मिलने लगे तो निक्कू ने कानपुर, फर्रुखाबाद, इटावा जिलों के स्कूलों में प्रवेश परीक्षा के फर्जी प्रवेश पत्र बनाए। इसके बाद परीक्षा नहीं होगी सीधे भर्ती होगी इसके लिए अगली बार फर्जी नियुक्ति पत्रों को जारी किया। निक्कू का काम फर्जी प्रपत्रों को बनाना और फर्जी मोहरों को लगाना और फर्जी हस्ताक्षर कर उसे गंगादत्त को थमाना यही काम था। इसके लिए निक्कू द्वारा भी अच्छी रकम ली जाती थी। पुलिस की वर्दी में युवाओं के दिखाता था फोटो शातिर नौकरी नहीं लगवाता बल्कि वसूली कर रुपये ऐंठता है। गांव में गंगादत्त ने ऐसा माहौल बनाया था कि वह कई लोगों को नौकरी दिला चुका है। कई लोगों से मिलवाकर पुलिस विभाग में सीधे नौकरी लगने की बात भी लोगों से कहलवाता था। कई युवाओं के वर्दी में फोटो भी अपने पास रखता था जिनको दिखाकर वह आसानी से लोगों को अपने झांसे में ले लेता था। हर शातिर के खातों की जांच होगी पुलिस के पास अभी गंगादत्त के खातों की 57 लाख रुपये की रकम का पता तो लगा लिया लेकिन अन्य इस वसूली के खेल में जो भी शातिर सामने आ रहे हैं इनके बैंक खातों को भी जांचा जा रहा है। गंगादत्त की पत्नी नीलम के खातों की जानकारी भी की जा रही है। नीलम की गिरफ्तारी को टीमें लगाई हैं। बोले युवा- हिन्दुस्तान ने दिलाया न्याय गंगादत्त के जाल में फंसकर लाखों रुपये गंवाने वाले युवक युवतियों ने हिन्दुस्तान को थैंक्स कहा। बोले कि खबर के प्रकाशन के बाद उनको न्याय तेजी से मिल गया। अगर मुकदमा दर्ज नहीं होता तो शातिर लगातार युवाओं को अपनी ठगी का शिकार बनाता रहता। औरैया में शातिर ने पुलिस कार्रवाई नहीं होने दी थी लेकिन फिरोजाबाद में मुकदमा दर्ज होने से अब युवा आसानी से न्याय पा सकेंगे। इतना ही नहीं पीड़ितों ने आरोपी की पत्नी नीलम की भी जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। वह लोगों से अभद्र व्यवहार कर धमकियां देती थी। वह रैकेट को संचालित करती रहेगी। मेरी मां को गलत फंसाया गया आशीष कुमार निवासी एरवा विधूना ने एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र दिया है कि उसके पिता प्रमोद कुमार और मां मीरा देवी को पुलिस ने गांव से उठा लिया। उसके द्वारा लगातार प्रशासनिक अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर रिश्तेदारों के साथ गंगादत्त द्वारा की गई ठगी को लेकर शिकायत कर रहा था। अब मक्खनपुर पुलिस ने उसकी मां और पिता को उठा लिया। आरोपी उसकी मां और पिता को झूठा फंसा रहा है। पुलिस द्वारा मां को गलत तरीके से संलिप्त दिखाकर जेल भेज दिया है।

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