महाकुंभ के बाद कानपुर के केमिकल गोदाम में लगी भीषण आग, 300 ड्रम फटे, पांच लोग झुलसे
- यूपी के कानपुर में रविवार की शाम पनकी के इस्पात नगर में स्थित एक गोदाम में आग लग गई। आग लगने से 300 ड्रम फट गए। एक के बाद एक सीरियल ब्लास्ट देख आसपास के लोग अपनी-अपनी फैक्ट्रियों से निकल कर बाहर आ गए।
महाकुंभ में मौजूद शिविर में आग लगने के बाद कानपुर में भी हादसा हो गया। पनकी इंडस्ट्रियल एरिया रविवार को दहल उठा। इस्पात नगर में केमिकल गोदाम में भीषण आग लग गई। धुएं के गुबार संग ऊंची लपटों से हाहाकार मच गया। केमिकल से भरे 300 ड्रम तेज धमाकों संग फट गए। कंट्रोल रूम की सूचना पर मौके पर फजलगंज और अन्य फायर स्टेशनों की एक दर्जन से अधिक दमकल की गाड़ियां पहुंचीं। चपेट में आकर तीन फायर कर्मी समेत पांच लोग झुलस गए। ई-59 नंबर प्लॉट पर पेंट फैक्ट्री का केमिकल गोदाम है। रविवार अपराह्न साढ़े तीन बजे गोदाम में आया टैंकर चैंबर में केमिकल लोड कर रहा था तभी अचानक आग लग गई। लपटों को देख आनन-फानन में चालक टैंकर लेकर भाग निकला। आग बुझाने के चक्कर में गोदाम में मौजूद दो कर्मचारी बुरी तरह झुलस कर बाहर की ओर भागे। पूरे इलाके में लपटों ही दिख रही थीं। फजलगंज, पनकी, अर्मापुर ,फर्टिलाइजर की एक दर्जन से अधिक दमकल गाड़ियां आग पर काबू पाने में लगी रहीं। पनकी इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह ने बताया कि आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं है। गोदाम मालिक का पता लगाया जा रहा है।
ट्रक में लदे थे साल्वेंट के ड्रम
पनकी के इस्पातनगर में रविवार की दोपहर बाद केमिकल गोदाम में आग लग गई, जिसको बुझाने में पुलिस और फायर ब्रिगेड कर्मियों को मशक्कत करना पड़ी। ये हादसा ट्रक से साल्वेंट लदे ड्रम उतारते समय हुआ। घटना में 60 से 65 ड्रम फट गए। जिसकी वजह से तीन फायर कर्मी झुलस गए। आग बुझाने के लिए पनकी, फजलगंज, मीरपुर कैंट, जाजमऊ की 12 दमकल गाडिय़ां लगी रहीं। इस दौरान आसपास के क्षेत्र को खाली करा दिया गया।
हाईवे से 250 मीटर दूर है इस्पात नगर
पनकी भौंती हाईवे से करीब ढाई सौ मीटर की दूरी पर इस्पातनगर में केमिकल गोदाम है। ये लगभग 200 मीटर के क्षेत्र में बना हुआ है. संडे दोपहर बाद यहां पर ट्रक से माल आया। कर्मचारी केमिकल लदे ड्रमों को उतारने लगे। शाम लगभग पौने चार बजे एक ड्रम जमीन से रगड़ता हुआ गया। देखते ही देखते आग लग गई। नजदीक अन्य साल्वेंट भरे ड्रम रखे हुए थे। उनमें भी आग पकड़ ली। ड्राइवर ट्रक लेकर तेजी से भागा, जबकि कर्मचारी भी शोर मचाते ही बाहर निकल गए। कुछ ही पल में आग पूरे गोदाम में लग गई और इलाके में सीरियल ब्लॉस्ट होने लगे। पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। थोड़ी ही देर में पनकी और फजलगंज फायर स्टेशन से दमकल की गाडिय़ां पहुंच गईं।
आग की चपेट में आ गए तीन फायर कर्मी
फायर कर्मियों ने आग बुझाने का प्रयास किया, इसी बीच अंदर रखे ड्रम भी हीट की वजह से फटने लगे। इसकी चपेट में आकर तीन फायर कर्मी झुलस गए। जितना पानी डाला जा रहा था, उतनी ही आग बढ़ती जा रही थी। केमिकल फायर की वजह से सीएफओ दीपक शर्मा ने फोम व्हीकल मंगवाया और आग पर कंट्रोल करने की कोशिश शुरू की गई। पनकी इंस्पेक्टर मानवेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि आग ने पूरे गोदाम को चपेट में ले लिया। उसको बुझाने में कई घंटे लगे हैं। गोदाम मालिक की जानकारी की जा रही है। रात लगभग 8 बजे आग पूरी तरह से बुझी नहीं थी।
कानपुर कमिश्नरेट सीएफओ दीपक शर्मा का कहना है कि केमिकल फायर है। कंट्रोल करने के लिए 12 से ज्यादा फायर इंजन लगाए गए हैं। केमिकल का इफेक्ट चौतरफा है। लीडिंग फायर मैन, फायर मैन समेत कई टीमें केमिकल इफेक्ट को फोम से कम करने के बाद पानी से आग बुझा रहे हैं। इस वजह से समय लग रहा है। फायर कंट्रोल में है. जल्द ही आग पर काबू पा लिया जाएगा।