फ्लाइट-बसों में किराया दो गुना, ट्रेनों में सीट नहीं; महाकुंभ के बाद अब होली में घर आने की चिंता
- होली के 4 दिन पहले से जहां दिल्ली, चंडीगढ़ और मुम्बई से गोरखपुर आने के लिए रेगुलर ट्रेनों में जगह नहीं हैं, वहीं विमान कंपनियों ने किराया 2 गुना कर दिया है। 11 से 14 मार्च के बीच गोरखपुर आने वाले विमानों में किराया 10 हजार के पार है। दिल्ली, कोटा, जयपुर से प्राइवेट बसों का किराया भी बहुत हो गया है।

महाकुंभ के दौरान भारी भीड़ के चलते सफर की मुश्किलें देखने को मिल रही थीं तो अब होली का त्योहार नजदीक आने के साथ ही लोगों को घर लौटने की चिंता सताने लगी है। सीमित संसाधनों के बीच जहां दिल्ली, मुम्बई और कोलकाता की रेगुलर ट्रेनें पैक हैं वहीं दूसरी ओर विमान कंपनियां अपनी फ्लेक्सी फेयर से लोगों की जेब ढीली करने में लगी हुई हैं। यूं कह लें कि खुशियों के त्योहार में मध्यमवर्ग परिवार को फ्लाइट और बसों के फ्लेक्सी फेयर की मार झेलनी पड़ेगी। रही-सही कसर प्राइवेट बस कंपनियां पूरी कर रही हैं।
होली के चार दिन पहले से जहां दिल्ली, चंडीगढ़ और मुम्बई से गोरखपुर आने के लिए रेगुलर ट्रेनों में जगह नहीं हैं, वहीं विमान कंपनियों ने किराया दो गुना कर दिया है। 11 से 14 मार्च के बीच गोरखपुर आने वाले विमानों में किराया 10 हजार के पार है। जबकि दिल्ली, कोटा, जयपुर से प्राइवेट बसों का किराया 2200 से लेकर 4500 रुपये तक पहुंच गया है। यहीं हाल होली के बाद वापस जाने के लिए भी है। गोरखपुर से दिल्ली वापस जाने के लिए सर्वाधिक किराया 16 और 17 मार्च को है। इन दो दिनों में किराया 13000 रुपये के पार है। हालांकि स्पेशल ट्रेनों और रोडवेज की अतिरिक्त बसों की घोषणा से कुछ राहत जरूर है।
प्रमुख त्योहारों पर विमान कंपनियां करती हैं मनमानी
शहर के टूर प्लानर योगेश सिंह बताते हैं कि सामान्य दिनों की तुलना में होली-दीपावली जैसे प्रमुख त्योहारों पर विमान कंपनियां खूब मनमानी करती हैं। त्योहार के पहले और बीतने के तुरंत बाद किराया ढाई गुना तक बढ़ा देती हैं। निजी बस ऑपरेटरों का भी यही हाल है। उनका किराया भी आसमान छूने लगता है।
रेगुलर ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं
आम यात्री पूरे साल में होली, दीपावली, दशहरा, गर्मी की छुट्टियों और शादियों के मौसम मिलाकर 85 से 90 दिन तक हाई वैल्यू-डेज में आर्थिक मार झेलते हैं। इन दिनों में रेगुलर ट्रेनों में सीट मिलना तो दूर पैर रखने तक की जगह नहीं होती है।
हाई वैल्यू डेज में बढ़ जाती है बीमारों और बुजुर्गों की परेशानी
हाई वैल्यू डेज के दिनों में बुजुर्गों और बीमारों को सबसे अधिक दिक्कत रेलवे स्टेशनों पर होती है। दरअसल अनियंत्रित भीड़ के चलते आरक्षित कोच के यात्रियों को अपनी सीट तक जाने में काफी असुविधा होती है। व्हील चेयर की व्यवस्था तो होती है, लेकिन सभी को इसका लाभ नहीं मिल पाता है।
- साल में औसतन 85 से 90 हाई वैल्यू-डेज, घर पहुंचने के लिए होती है मारामारी
- फ्लेक्सी फेयर से लोगों की जेब ढीली करने में लगीं विमान कंपनियां
होली के पहले आने के लिए
- नई दिल्ली से गोरखपुर 14 मार्च तक किसी भी ट्रेन के किसी क्लास में सीट नहीं।
- मुम्बई से गोरखपुर 12 मार्च तक किसी भी ट्रेन के किसी क्लास में सीट नहीं।
होली के बाद जाने के लिए
- होली के बाद 16 मार्च से 19 मार्च तक रेगुलर ट्रेनों में सीट नहीं है।
- गोरखपुर से नई दिल्ली 19 मार्च तक गोरखधाम एक्सप्रेस के सेकेंड एसी में नो-रूम।
- गोरखपुर से मुम्बई 25 मार्च तक किसी भी ट्रेन के किसी क्लास में सीट नहीं
इंडिगो की दिल्ली जाने वाली फ्लाइट निरस्त रही
एयरपोर्ट पर यात्रियों की दिक्क्तें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। मंगलवार को इंडिगो की शाम 4.55 बजे जाने वाली दिल्ली की फ्लाइट निरस्त रही, वहीं दूसरी ओर मुम्बई जाने वाली स्पाइस जेट की फ्लाइट एक घंटे देरी से उड़ी। देरी की वजह से चेकइन एरिया में इंतजार कर रहे यात्रियों को काफी असुविधा हुई। एयरपोर्ट प्रशासन ने बताया कि तकनीकी कारणों से स्पाइस जेट ने अपनी दिल्ली की फ्लाइट 6 मार्च तक निरस्त कर दी है। इसमें बुकिंग करा चुके यात्रियों को कंपनी दूसरी फ्लाइट में स्थानांतरित कर रही है।
इन रूटों पर चलेंगी स्पेशल ट्रेनें
- 04012/04011 दिल्ली-दरभंगा-दिल्ली त्योहार स्पेशल वाया गोरखपुर संचलन पांच फेरों में किया जाएगा। (4 से 18 मार्च)
- 04026/04025 दिल्ली-रक्सौल-दिल्ली त्योहार स्पेशल वाया गोरखपुर का संचलन तीन फेरों में होगा (13 से 20 मार्च)
- 04022/04021 नई दिल्ली-गोरखपुर-नई दिल्ली स्पेशल का संचलन तीन फेरों में होगा (7 से 21 मार्च)
- 04504/04503 चंडीगढ़-गोरखपुर-चंडीगढ़ त्यौहार स्पेशल का भी तीन फेरों में किया जाएगा (6 से 20 मार्च)
- छपरा-आनन्द विहार टर्मिनस-छपरा साप्ताहिक स्पेशल का संचलन चार फेरों में किया जाएगा (5 से 26 मार्च)
- मऊ-अम्बाला कैंट स्पेशल का संचलन चार फेरों के लिए किया जाएगा (6 से 27 मार्च)
प्राइवेट बस 1500 के टिकट का वसूल रहे 4500 रुपये
दिल्ली, राजस्थान और पंजाब से गोरखपुर आने वाले यात्रियों की जेब इस बार ज्यादा ढीली होने वाली है। ट्रेनों में सीटें फुल होते ही बसों में टिकटों की मांग बढ़ गई है, जिससे निजी बस ऑपरेटरों ने किराया बढ़ा दिया है। जो टिकट पहले 1000 से 1500 रुपये में मिल रहे थे, उनकी कीमत अब 4500 रुपये तक पहुंच गई है।
गोरखपुर से दिल्ली, जयपुर और अन्य शहरों को जाने वाली बसों के किराए में भी भारी बढ़ोतरी हुई है। नौसड़ स्थित अंशी राजश्री बस सर्विस के एक एजेंट ने बताया कि किराए में हर दिन उतार-चढ़ाव हो रहा है। अगर आज सफर करें तो दिल्ली जाने के लिए स्लीपर बस का किराया 1000 रुपये है, लेकिन होली के नजदीक (10 मार्च) को यही किराया 4000 रुपये में बुक हो रहा है। हालांकि, एजेंट ने यह भी बताया कि गोरखपुर से बाहर जाने वाली बसों में किराया सामान्य रहेगा, लेकिन बाहर से आने वाली बसों में 2500 से 4000 रुपये तक किराया लिया जा रहा है।
स्पेशल बसों से आसान होगी यात्रा
गोरखपुर से दिल्ली, कानपुर, अयोध्या, लखनऊ समेत अन्य शहरों के लिए अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। यह व्यवस्था 8 मार्च से 20 मार्च तक लागू रहेगी। साथ ही, स्थानीय स्तर पर भी बसों के फेरे बढ़ाने की योजना बनाई गई है। परिवहन निगम के अनुसार, फिलहाल दिल्ली के लिए 48 बसें संचालित हो रही हैं, जिन्हें बढ़ाकर 96 किया जाएगा। लखनऊ के लिए 80 बसें चल रही हैं, जिन्हें 120 किया जाएगा। इसी तरह, कानपुर के लिए 20 बसों की संख्या बढ़ाकर 40 की जाएगी और अयोध्या धाम के लिए 10 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी।