सहारनपुर में चल रहा था फर्जी आधार कार्ड सेंटर, युवक की शिकायत के बाद हुआ भंडाफोड़, 2 गिरफ्तार
सहारनपुर में प्रशासन की टीम ने एक फर्जी आधार कार्ड सेंटर का भंडाफोड़ किया है। डीएम के निर्देश पर ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर की टीम ने छापेमारी कर मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। यह ऐक्शन एक युवक की शिकायत के बाद हुई।
सहारनपुर के थाना नागल क्षेत्रांतर्गत कोटा गांव में प्रशासन की टीम ने एक फर्जी आधार कार्ड सेंटर का भंडाफोड़ किया है। डीएम के निर्देश पर ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर की टीम ने शिकायत के बाद छापेमारी की तो मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, साथ ही मौके से फर्जी आधार कार्ड मशीन, लैपटॉप, फिंगर प्रिंट मशीन व आईरिस कैमरा आदि बरामद किया। देर रात तक प्रशासन व पुलिस की टीम आरोपियों से पूछताछ करती रही।
कोटा गांव निवासी कुलदीप, समेरचंद, नासिर, नरेश आदि ने 18 जनवरी को जिलाधिकारी की जनसुनवाई में शिकायत की थी कि उनके गांव में अवैध रूप से फर्जी आधार कार्ड सेंटर चल रहा है, वहां फर्जी आधार कार्ड बनाए जा रहे है। डीएम ने शिकायत को गंभीरता से लिया और एसडीएम के नेतृत्व में टीम गठित कर मौके पर भेजी। टीम में शामिल ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर ने बताया कि टीम मौके पर पहुंची तो वहां तनवीर पुत्र तौहिद निवासी ग्राम नौजली व रजा पुत्र समून निवासी ग्राम कोलकी आधार कार्ड बना रहे थे। उपस्थित व्यक्तियों से पूछताछ कि तो उन्होंने बताया कि वह मोबाइल नंबर आधार कार्ड में अपडेट कराने आए थे। इसकी एवज में उनसे 200 रुपये की अवैध वसूली की है।
अनुमति प्रमाण पत्र मांगा तो दिखा दिया उत्तराखंड का
संचालकों से आधार कार्ड संचालन के संबंध में अनुमति प्रमाण-पत्र मांगा गया तो उन्होंने आधार कार्ड सेंटर जनपद देहरादून (उत्तराखण्ड) की बैंक ऑफ इण्डिया की आईडी के आधार पर संचालन दिखाया। जिला प्रशासन द्वारा प्रदत्त किसी भी प्रकार की अनुमति पत्र प्रस्तुत नहीं किया।
जबकि आधार संचालन स्टेटिक आईपी के आधार पर कार्य करता हैं। जिससे सामने आया कि बिना किसी अनुमति के फर्जी आधार कैंप लगाकर कूटरचित मानसिकता से ग्राम की जनता से अवैध वसूली कफर रहा था।
लैपटॉप व आधार मशीन के नाम पर दो आरोपी फरार
प्रशासन की टीम से दोनों संचालकों ने लैपटॉप व आधार मशीन को देने का अनुरोध किया। जिस पर उनके द्वारा उपरोक्त लैपटॉप व आधार मशीन दे भी दी गयी। लेकिन जैसे प्रशासन की टीम अपनी गाड़ी की ओर जाने लगा उपरोक्त दोनों संचालकों द्वारा अन्य दो व्यक्तियों को बुला लिया और इन चारों व्यक्तियों द्वारा प्रशासन की टीम के पास आकर बोले कि हमे बैग से एटीएम कार्ड निकालना है। ऐसे में उनका बैग उनकों दिया गया। जैसे ही बैग हाथ लगा तो वह लोग पूरा बैग मशीन सहित लेकर भाग निकले।