लाखों यूनिट डंप कर जलवा दिए बिजली के मीटर, अब FIR दर्ज कराने का आदेश
- पिछले दिनों में डेढ़ हजार से अधिक बिजली मीटर बार-बार खराब हुए। एक हफ्ते की जांच में 29 मीटर जलने से खराब मिले। जले हुए मीटरों की मेमोरी निकालकर जांच की गई तो रीडिंग स्टोर मिली है। एमडी ने इन उपभोक्ताओं के यहां रीडिंग लेने वाले रीडरों पर नामजद रिपोर्ट कराने के निर्देश दिए हैं।
Burnt the Electricity Meter: भ्रष्टाचार रोकने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए केस्को में डेढ़ महीने से लागू नई व्यवस्था से घपलों की परत खुलने लगी है। बिजली मीटर रीडरों की साठगांठ से मीटर खराब करने के बाद नया मीटर बदलकर सबूत मिटाने के मामले पकड़े जाने लगे हैं। केस्को एमडी ने ई-मीटरिंग विभाग, आईटी सेल और टेस्टिंग एंड नेटवर्क एनालिसिस विभाग से ऐसे मामलों को चिन्हित करने को कहा है। पिछले दिनों में डेढ़ हजार से अधिक बिजली मीटर बार-बार खराब हुए हैं। एक सप्ताह की जांच में 29 मीटर जलने से खराब मिले। जले हुए मीटरों की मेमोरी निकालकर जांच की गई तो रीडिंग स्टोर मिली है। एमडी ने इन उपभोक्ताओं के यहां रीडिंग लेने वाले रीडरों पर नामजद रिपोर्ट कराने के निर्देश दिए हैं।
एक साल में चार से पांच बार मीटर खराबएक साल में पांच बार मीटर खराब होना, मीटर जलना, डिस्पले खराब होने को संदिग्ध माना जा रहा है। रीडिंग स्टोर के छिटपुट मामले पकड़े जा रहे थे क्योंकि ऑफलाइन काम हो रहे थे। इंडेंट भेज मीटर बदल दिया जाता था। एक अभियंता फॉल्ट बनवाने से राजस्व वसूली समेत सभी काम करता था। अब हेल्पडेस्क या हेल्पलाइन नंबर से काम होने से हर शिकायत रिकॉर्ड हो रही है।
जीपीएस लोकेशन ने खोल दी रीडिंग की पोल
आईटी सेल की जांच में यह खुलासा हुआ है कि अधिकतर जगह मीटर रीडर घर बैठे या किसी एक जगह से ही बिल बनाकर भेज रहे हैं। मीटर रीडिंग मशीन और मोबाइल की जीपीएस लोकेशन से खुलासा हुआ है। मीटर रीडर बिना जाए रीडिंग भेजकर बिल बनवा रहा है। दूसरा रीडर-उपभोक्ता साठगांठ से रीडिंग स्टोर कर एक ही जगह से मनमर्जी कम यूनिट भरकर बिल बनाए जा रहे हैं।
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मीटरों में 23 हजार यूनिट से ज्यादा रीडिंग स्टोर मिली
परेड स्थित बिजलीघर में केस्को की लैब में 29 जले मीटरों में तीन मीटरों की मेमोरी को निकालकर जांच की गई तो 23 हजार यूनिट से अधिक रीडिंग स्टोर मिली। इनका रिकॉर्ड चेक कराया गया तो तीनों मीटरों से लगभग 4500 यूनिट का ही बिल बना। लगभग 18 हजार यूनिट का बिल का भुगतान न कर 93 हजार रुपये केस्को का चूना लगाया गया है। अभी मीटरों की जांच चल रही है। इसमें कई खुलासे होंगे। ई-मीटरिंग विभाग का काम मीटर के खराब होने पर मामलों को फिल्टर करने का है।
क्या बोले अधिकारी
केस्को के एमडी सैमुअल पॉल एन ने कहा कि बार-बार बदले गए मीटरों की जांच कराने से कमियां मिली हैं। रीडिंग स्टोर मिलने पर मीटर रीडर को चिन्हित कर नामजद एफआईआर कराने के निर्देश दिए गए हैं। उपभोक्ता पर भी बिजली चोरी की रिपोर्ट होगी।