साइबर क्राइम: नए साल पर नए पैंतरे! पार्टी बुकिंग से लेकर बेहतर इलाज के ऑफर कर देंगे खाते खाली
साइबर ठगों ने नए साल पर लोगों को नए तरीकों से ठगना शुरू कर दिया है। एक नया तरीका है नए साल की शुभकामनाएं भेजना या नए ऑफर देना। यहां तक कि बेहतर इलाज के ऑफर देकर भी ठगी की जा रही है। पढ़ें पूरी डिटेल।
साइबर क्राइम करने वालों ने नए तरीकों से लोगों को ठगना शुरू कर दिया है। नए साल पर लोग नए पैंतरे अपना रहे हैं। अब अपराधी पार्टी बुकिंग से लेकर बेहतर इलाज के ऑफर देकर लोगों को ठग रहे हैं। कई बार लोगों को पता भी नहीं होता कि उनके साथ ठगी हो रही है। आम जनता फोन पर आए मैसेज को न्यू ईयर की शुभकामना समझ कर खोल लेती है और लिंक पर क्लिक करते ही उनके खाते खाली हो जाते हैं।
साइबर अपराधियों ने डार्क वेब से डाटा निकालकर लोगों को निजी तौर पर भी ठगना शुरू कर दिया है। एक नया तरीका अपनाया जा रहा है जिसमें किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को बेहतर इलाज का ऑफर देकर उनसे ठगी की जा रही है। ऐसे में लोग अच्छे इलाज की उम्मीद से रकम अदा कर रहे हैं और अंत तक इस बात से अनजान हैं कि उनके साथ ठगी हो गई है।
मोबाइल हैक करके ठगी
ठग लोगों के फोन पर अनजान नंबरों से लिंक भेज रहे हैं। ये लिंक कभी शादी के कार्ड तो कभी ऑनलाइन शॉपिंग के कूपन की जानकारी देते हैं। अब इनमें न्यू ईयर की शुभकामनाएं और अन्य कई ऑफर शामिल हो गए हैं। हालांकि ये लिंक नकली हैं और इनपर क्लिक करते ही मोबाइल हैक हो जाता है जिससे साइबर ठग आसानी से खातों से पैसे निकाल रहे हैं।
अलग-अलग खातों में रकम ट्रांसफर
साइबर ठग किसी भी एक शक्स को ठगते वक्त सारी रकम एक खाते में ट्रांसफर नहीं करते हैं। किसी को डिजिटल अरेस्ट करके रकम ट्रांसफर करवाई जा रही हो या खुद फोन हैक करके ठग खाते से रकम निकालें। दोनों ही मामलों में रकम पीड़ित के खाते से ठगों के अलग-अलग खातों में थोड़ी-थोड़ी करके भेजी जाती है।
बचाव के तरीके
- फोन पर आए किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। किसी भी तरह का ऑफर हो या अनजान नंबर ये मिली नौकरी का ऑफर हो, यहां तक की अनजान से आए शुभकामनाओं के संदेश पर भी क्लिक न करें।
- किसी को भी ओटीपी न बताएं। कई बार साइबर ठग फोन करके गलत जानकारी देते हैं और ओटीपी की मांग करते हैं। ऐसे में किसी भी तरह का ओटीपी न बताएं।
- डिजिटल अरेस्ट से बचें: आजकल साइबर ठग गलत केस में फंसाने का झांसा देकर लोगों को डरा रहे हैं और केस से बचने के लिए रकम भरने के लिए कहते हैं। ऐसे में सावधानी बरतें और कोई गलत कोरियर या केस से जुड़ा फोन आने पर कॉल काटकर अपने घर वालों, दोस्तों और पुलिस से इसकी जानकारी लें।
- वीडियो कॉल से बचें: किसी भी अनजान वीडियो कॉल को भी न उठाएं। सेक्सटॉर्शन में फंसाने वाले साइबर ठग एक सेकेंड की वीडियो कॉल से भी आपके चेहरे की फोटो लेकर एआई की मदद से उसे अश्लील वीडियो में जोड़कर ब्लैकमेल कर सकते हैं।
ऐसे करें शिकायत
अगर साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं तो तुरंत 1930 पर कॉल करके जानकारी दें। अपनी ठगी हुई रकम को फ्रीज करवाने की कोशिश करें।