महाकुंभ में लागू होगा क्राउड मैनेजमेंट प्लान, वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं होगा लागू; पार्किंग स्पेस का भी इंतजाम
- महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ वाली घटना दोबारा न घटे, इसको लेकर अफसरों ने कमर कस ली है। तीन फरवरी को बसंत पंचमी के चलते महाकुंभ में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए अफसरों ने पूरी योजना बना ली है।
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महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ वाली घटना दोबारा न घटे, इसको लेकर अफसरों ने कमर कस ली है। बसंत पंचमी के दिन होने वाले अंतिम अमृत स्नान के चलते श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस-प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है। सीएम योगी के जीरो एरर के निर्देश के बाद अफसरों ने महाकुंभ में भीड़ नियंत्रण का भी खाका तैयार कर लिया है। महाकुंभ में दो वरिष्ठ आईपीएस अफसरों को भी तैनात किया गया जो क्राउड मैनेजमेंट प्लान को सफल बनाने में मददगार साबित होंगे। ट्रैफिक सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए भी पुलिस-प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। अफसरों के अनुसार सोमवार को प्रयागराज में ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा। इसके अलावा महाकुंभ तक पहुंचने वाले सभी मार्गों पर पार्किंग स्पेस का भी इंतजाम रहेगा। महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा न बढ़े इसके लिए सभी स्थलों पर क्रॉस मूवमेंट को भी रोका जाएगा। बसंत पंचमी के स्नान को लेकर किसी तरह का कोई वीआईपी प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा।
महाकुंभ में दो वरिष्ठ अधिकारी तैनात
29 जनवरी को पिछले स्नान के दौरान कम से कम 30 लोगों की जान लेने वाली एक घातक भगदड़ को देखते हुए यूपी सरकार ने मेले के सुचारू संचालन की देखरेख के लिए दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को तैनात किया है, जो 2019 अर्ध कुंभ को सफलतापूर्वक संचालित करने वाली टीम का हिस्सा थे। आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी, जिनके पास प्रयागराज में प्रशासन का व्यावहारिक अनुभव है, जिसमें 2019 अर्ध कुंभ के दौरान भीड़ प्रबंधन और अंतर-एजेंसी समन्वय की गहरी समझ शामिल है, मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के साथ जुड़ गए हैं। वहीं दूसरी ओर रविवार की सुबह, एडीजी भास्कर मेला प्राधिकरण भवन में स्थित एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र (ICCC) पहुंचे। वहां, उन्होंने बड़ी स्क्रीन के माध्यम से पूरे मेला क्षेत्र, चौराहों और प्रवेश बिंदुओं की निगरानी की और भीड़ को घाटों से हटाने के लिए व्यक्तिगत रूप से लाउडस्पीकर से निर्देश जारी किए।
एडीजी ने श्रद्धालुओं को माइक से दी सलाह
एडीजी ने माइक से एनाउंसमेंट किया और श्रद्धालुओं को स्नान के बाद घाटों पर अनावश्यक रूप से न रुकने की सलाह दी। उन्होंने कहा, क्षेत्र को खाली करें ताकि अन्य श्रद्धालु स्नान कर सकें। घाटों पर न खाएं-पिएं और जलपान के लिए निर्धारित स्थानों पर जाएं। भास्कर ने केंद्र पर मौजूद पुलिस अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि घाटों पर कहीं भी भीड़ एकत्र न हो और श्रद्धालु स्नान के बाद तुरंत अपने अगले गंतव्य के लिए निकल जाएं। पवित्र स्नान करके लौट रहे रूपम चंद्र ने कहा, संगम घाट पर स्नान के बाद श्रद्धालुओं को हटाया जा रहा है। घाटों को खाली कराने के लिए पुलिस हर दिशा में सीटी बजा रही है। इसलिए हम स्नान के तुरंत बाद निकल गए। मेला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि पूरे पुलिस बल को पूरे मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएम योगी ने ट्रैफिक और क्राउड मैनेजमेंट को बेहतर बनाने पर दिया था जोर
शनिवार को प्रयागराज पहुंचे सीएम योगी ने क्राउड मैनेजमेंट को और बेहतर बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें सभी स्थलों पर क्रॉस मूवमेंट को रोकना होगा। ट्रैफिक सिस्टम को दुरुस्त किया जाए, कहीं भी जाम की स्थिति न बनने दें। दो अधिकारी कंट्रोल रूम से व्यवस्था की निगरानी करें। बाकी अधिकारी बॉर्डर, शहर और मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करें। उन्होंने कहा कि रविवार और सोमवार का दिन हमारे लिए चुनौतीपूर्ण होगा। प्रमुख स्नान पर्वों और उसके पहले और बाद में किसी तरह का कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं लागू होगा। मुख्यमंत्री ने पांटून पुलों को सिस्टमैटिक तरीके से ऑपरेट करने के निर्देश दिए।