इन 4 ट्रेनों का संकट खत्म, अब नहीं होंगी स्थाई रूप से रद्द; NER ने यात्रियों को दी बड़ी राहत
- लखनऊ मण्डल ने 12 अप्रैल से होने वाले एनआई के बाद गोरखपुर से चलने वाली चार ट्रेनों के स्थाई निरस्तीकरण का प्रस्ताव गोरखपुर मुख्यालय को भेजा था। इसमें बताया था कि पिट नंबर दो के डिसमेंटल हो जाने से दिक्क्त आएगी। पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय ने इस प्रस्ताव को निरस्त कर दिया है।

Railway News: गोरखपुर जंक्शन से चार ट्रेनों को स्थाई रूप से रद्द करने के प्रस्ताव को पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय ने निरस्त कर दिया है। मुख्यालय के निर्णय से यात्रियों को काफी राहत मिली है। दरअसल, सात मार्च को लखनऊ मण्डल ने 12 अप्रैल से होने वाले एनआई के बाद गोरखपुर से चलने वाली चार ट्रेनों के स्थाई निरस्तीकरण का प्रस्ताव गोरखपुर मुख्यालय को भेजा था। इसमें बताया था कि पिट नंबर दो के डिसमेंटल हो जाने से दिक्क्त आएगी, जिसकी वजह से 15057 गोरखपुर-नई दिल्ली, 05053 गोरखपुर बांद्रा स्पेशल, 05057 गोरखपुर-दिल्ली स्पेशल और 15005 गोरखपुर-देहरादून एक्स्प्रेस को स्थाई रूप से निरस्त कर दिया जाए।
लखनऊ मण्डल के इस प्रस्ताव को आपके अपने अखबर ‘हिन्दुस्तान’ ने 22 मार्च के अंक में ‘एनआई के बाद आधा दर्जन ट्रेनों को स्थाई रूप से निरस्त करने का प्रस्ताव’ शीर्षक से खबर के रूप में प्रकाशित किया था। इसमें बताया था कि चार ट्रेनों के निरस्त हो जाने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। खबर को संज्ञान लेकर मुख्यालय प्रशासन ने लखनऊ मण्डल के प्रस्ताव को निरस्त कर दिया। हालांकि अन्य विकल्पों पर अभी विचार जारी है।
पूर्वोत्तर रेलवे 12 अप्रैल से अब तक सबसे बड़ा ब्लॉक लेने जा रहा है। ये ब्लॉक तीन मई तक चलेगा। कुल 22 दिनों तक के ब्लॉक में गोरखपुर से और होकर जाने वाली रूटीन व स्पेशल मिलाकर 122 ट्रेनें निरस्त रहेंगी। इस ब्लॉक से गोरखपुर में यार्ड रिमॉडलिंग का काम किया जाएगा। गोरखधाम, वैशाली जैसी कुछ प्रमुख ट्रेनें छोड़ बाकी लगभग सभी ट्रेनें निरस्त रहेंगी। कुछ को डायवर्ट तो कुछ को शार्ट टर्मिनेट भी किया गया है। जानकारी के अनुसार, 12 अप्रैल से 26 अप्रैल तक प्री एनआई होगी, उसके बाद 27 अप्रैल से 3 मई तक एनआई का काम किया जाएगा। इंटरलॉकिंग के बाद ट्रेनों का संचलन काफी सहज हो जाएगा। ट्रेनें बेवजह डोमिनगढ़ या कैंट में नहीं खड़ी रहेंगी।
नियंत्रण में आई दिल्ली की भीड़ गोरखधाम की क्लोन निरस्त
होली के बाद से दिल्ली जाने के लिए चल रही भीड़ अब नियंत्रण में आ गई है। भीड़ ज्यादा न होने की वजह से सोमवार को गोरखधाम क्लोन निरस्त कर दी गई। जनरल क्लास के सभी यात्री गोरखधाम एक्सप्रेस में ही सवार हो गए। क्लोन शनिवार को भी चलाई गई थी लेकिन उसमें 200 यात्री ही गए थे। इसी वजह से सोमवार को क्लोन निरस्त कर दी गई।
उधर गोरखधाम में यात्रियों को रोजाना की तरह लाइन लगाकर बैठाया गया। भीड़ कम होने से यात्रियों को असुविधा नहीं हुई। स्टेशन प्रबंधन ने दिल्ली जाने के लिए यात्रियों की भीड़ को देखते हुए पहले तो जनरल क्लास के यात्रियों को प्लेटफार्म पर कतार में बैठाया। उसके बाद एक-एक कोच में भेजा। इस नई व्यवस्था से अफरातफरी नहीं मची। स्टेशन निदेशक जेपी सिंह ने बताया कि अब भीड़ काफी हद तक नियंत्रण में आ गई है। सोमवार को करीब 3 बजे गोरखधाम प्लेटफार्म नंबर 9 पर आई तो यात्री कोच में सवार होने के लिए उतावले हो गए। जनरल बोगियों का दरवाजा खुलते ही महज 20 मिनट में पैक हो गईं। दिल्ली जा रही वैशाली, सम्पर्क और सप्तक्रांति में भी यही हाल था।
सर्कुलेटिंग एरिया में मोबाइल यूटीएस से बांटा टिकट
यात्रियों की सुविधा के लिए लगाए गए मोबाइल यूटीएस ने सोमवार को जंक्शन के सर्कुलेटिंग एरिया में टिकट बांटा। सबसे अधिक टिकट 3 बजे से 4 बजे के बीच काटे गए। अभी तक मोबाइल यूटीएस एक हजार से अधिक टिकट बनाए जा चुके हैं।
मुंबई रूट की एक छोड़, बाकी सभी ट्रेनें निरस्त
मुंबई-पुणे रूट की एक को छोड़ बाकी सभी ट्रेनें निरस्त रहेंगी। इससे मुम्बई जाने वाले यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ेगा। हालांकि कुशीनगर एक्सप्रेस गोमतीनगर से चलाई जाएगी।
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